श्रद्धालुओं को सिंहस्थ एवं अन्य धार्मिक पर्वों पर स्नान के लिए सुगम और स्वच्छ स्थान प्रदान किए जाने हेतु 800 करोड़ रू से अधिक राशी से 29 कि.मी. घाट निर्माण किया जाएगा
उज्जैन- मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कि मंशा के अनुरूप शिप्रा नदी को उज्जैन शहरी क्षेत्र मे दिशा देने एवं श्रद्धालुओं को सिंहस्थ व अन्य धार्मिक पर्वों पर स्नान हेतु सुगम एवं स्वच्छ स्थान प्रदाय करने के उद्देश्य से म. प्र. शासन द्वारा 815.57 करोड़ रू की राशी से घाट एवं सम्बद्ध निर्माण कार्यों की स्वीकृती प्रदाय की गयी है। उक्त कार्य के अंतर्गत शिप्रा एवं कान्ह नदी के दोनों तटों पर कुल 29.21 कि. मी. के घाट, शिप्रा नदी पर 03 वेंटेड कॉज़-वे, कान्ह नदी पर 05 एवं शिप्रा नदी पर 01 बेराज़ का निर्माण किया जाएगा।उक्त बेराजों एवं वेंटेड कॉज़-वे के निर्माण उपरांत शिप्रा नदी में आवश्यकतानुसार जल स्तर नियंत्रित किया जा सकेगा, जिससे श्रद्धालुओ को सिंहस्थ / अन्य धार्मिक पर्वो पर स्नान हेतु सुगमता प्रदान की जा सकेगी। कान्ह नदी पर 05 बेराज़, क्रमशः गोठड़ा स्टॉप डैम, पिपलिया राघौ क्र 2 बेराज़, रामवासा क्र 2 बेराज़, जमालपुरा स्टॉप डैम, पंथ पिपलाई स्टॉप डैम तथा शिप्रा नदी पर एक बेराज़ किठौदाराव बेराज़ बनाया जाएगा। प्रस्तावित घाट की संरचना मे नदी के तट से शुरू करते हुए लोअर लैंडिंग, सीढ़ियां तथा अपर लैंडिंग बनाई जाएगी तथा आरसीसी कार्य के ऊपर बसाल्ट स्टोन लगाए जाऐंगें।परियोजना निर्माण हेतु समय सीमा 24 माह रखी गयी है तथा उक्त कार्य की निविदा आमंत्रण की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।