आज से चार दिवसीय छठ महापर्व की होगी शुरुआत, आज नहाय-खाय, कल खरना
पूर्वांचलवासियों की लोक आस्था के सबसे बड़े चार दिवसीय पर्व छठ महोत्सव की शुरुआत मंगलवार को नहाय खाय से होगी। इसे लेकर सोमवार को नायन, मेहतवास और हनुमान पाले पर बने मंदिरांे को आकर्षक रूप से सजाने के लिए समाजजन पहुंचे। समाजजनों ने मंदिरों की रंगाई-पुताई की। मंगलवार सुबह से ही छठ व्रतियों और उनके परिजनों द्वारा घरों की सफाई कर उसे शुद्ध किया जाएगा। बुधवार को खरना का आयोजन होगा।
इसके अंतर्गत सुबह व्रती स्नान ध्यान कर पूरे दिन का व्रत रखेंगे। इसी दिन संध्याकाल व्रतियों द्वारा मिट्टी के बने नए चूल्हे, आम की लकड़ी से पूजा के लिए गुड़ से बनी खीर, गेहूं की रोटी से प्रसाद का भोग बनाएंगे। इस प्रसाद को ग्रहण करने के पश्चात शुरू होगा छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास। खरना के अगले दिन यानी गुरुवार को छठ व्रतियों के घरों में भगवान सूर्य को अर्ध्य देने के लिए प्रसाद भी बनाया जाएगा। 7 नवंबर गुरुवार को डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। 8 नवंबर शुक्रवार को श्रद्धालुओं द्वारा उगते सूर्य को अर्ध्य देकर महोत्सव का समापन किया जाएगा।
जिलेभर मंे सबसे अधिक पूर्वांचलवासी शहर में : शहर औद्योगिक क्षेत्र है। ऐसे में यहां उप्र, बिहार, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों से आकर लोग बसे हुए हैं। पूरे जिलेभर में सबसे अधिक 5 हजार पूर्वांचलवासी शहर में निवासरत है। इसलिए जिलेभर में छठ महापर्व का त्योहार धूमधाम और उत्साह के साथ मात्र शहर में ही मनाया जाता है। शहर के तीन प्रमुख घाट हनुमान पाला, नायन घाट और मेहतवास घाट पर समाजजनों का मेला लगता है।
इसे लेकर विधायक डॉ. तेजबहादुरसिंह चौहान द्वारा छठ महापर्व पर नागदा में स्थानीय अवकाश घोषित करने का आग्रह कलेक्टर नीरज सिंह से किया था। इस पर कलेक्टर द्वारा छठ महापर्व पर 7 नवंबर को नागदा तहसील के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किया है। छोटे मल्लाह, सुनील साहनी, अशोक साहनी, जितेंद्र दुबे, अजय कुशवाह, गणेश गुप्ता, धर्मेंद्र गुप्ता, विनोद श्रीवास्तव आदि ने हर्ष जताया है।