मुख्यमंत्री डॉ. यादव आदर्श गौशाला लाल टिपारा में गोवर्धन पूजा समारोह में हुए शामिल गोवर्धन और गौ-पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिये की कामना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने
अपनी लीलाओं व जीवन चरित्र के माध्यम से प्रकृति व गौवंश के महत्व एवं गाँव की संस्कृति को
प्रतिष्ठित किया। उनके जीवन का हर पक्ष प्रेरणादायी है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें सीख
मिलती है कि मनुष्य में हर प्रकार के कष्ट निवारण की क्षमता विद्यमान है। उन्होंने कहा कि भगवान
श्रीकृष्ण द्वारा समाज की भलाई के लिये रखे गए आदर्शों को सामने लाने के लिये सरकार ने गौ-पूजन
एवं गोवर्धन पूजा करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को ग्वालियर की आदर्श
गौशाला लाल टिपारा में गोवर्धन पूजन एवं मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित जिला
स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लाल टिपारा गौशाला में लगभग 108 टन गोबर से निर्मित 11 फीट
ऊँचे गोवर्धन पर्वत और इस पर्वत पर गोबर से ही निर्मित लगभग 8 फीट ऊँची भगवान श्रीकष्ण की
प्रतिमा की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना कीऔर गोवर्धन पर्वत की आरती उतारी। उन्होंने
गोवर्धन पूजा के माध्यम से ग्वालियर सहित प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर गौ-माता का पूजन किया और सहला कर हरी घास खिलाकर
आशीर्वाद प्राप्त किया। एक ओर गोबर से निर्मित विशाल गोवर्धन पर्वत, दूसरी ओर सजी-धजी गौ-
माताएँ और कतारबद्ध खड़े ग्वाल-ग्वाले देखकर लाल टिपारा परिसर में ऐसा आभासहो रहा था कि
मानो यहाँ ब्रजधाम उतर आया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर मंचासीन संतजनों को भी
सम्मानित किया।
इस अवसर पर उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री श्री
प्रद्युम्न सिंह तोमर, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री श्री लखन पटेल, सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह,
कृष्णायन गौशाला एवं लाल टिपारा गौशाला के संत श्री अच्युतानंद जी महाराज व श्री ऋषभदेवानंद जी
महाराज सहित अन्य संतजन, विधायक श्री प्रीतम लोधी, नगर निगम सभापति श्री मनोज सिंह तोमर,
श्री आशीष अग्रवाल, श्री अभय चौधरी व श्री कौशल शर्मा, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री महेन्द्र यादव,
पूर्व विधायक श्री मुन्नालाल गोयल व श्री जयसिंह कुशवाह व श्री दीपक शर्मा सहित जन-प्रतिनिधि
मंचासीन थे।