वाहन टकराने की बात पर आरक्षक से मारपीट, मारपीट करने वालों ने इंसानियत की हदें की पार, बेरहमी के साथ बेहोश आरक्षक पर बरसाते रहे डंडे
उज्जैन - उज्जैन जिले की नागदा तहसील में एक आरक्षक के साथ मारपीट किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर ये तो कहा जा सकता है कि वाहन टकराने की घटना मात्र से कोई किसी को ऐसे तो नहीं पीट सकता। विवाद करने वालों ने इंसानियत की सारी हदें पार करते हुए एक प्रधान आरक्षक की ऐसी पिटाई कि वो अस्पताल में जिन्दगी से जंग लड़ रहा है। वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा था कि मारपीट करने वाले युवकों के सिर पर खून सवार था और वे किसी की परवाह किए बगैर अपनी पूरी भड़ास उस आरक्षक पर निकाल रहे थे, जो वर्दी विहिन इनके चंगुल में फंस गया था। विवाद करने वालों ने आरक्षक को इतनी बुरी तरह से पीटा कि वो बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ा। हद तो इस बात की रही कि जालिमों को इतने पर भी तरस नहीं आया और वे बेहोश पड़े आरक्षक पर भी डंडे, बेल्ट, लात, घूंसों से वार करते रहे।
किसकी शैह पर चल रही गुंडागर्दी
अब सवाल ये उठता है कि अमन का राज्य कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में किसकी शैह पर गुंडागर्दी चल रही है। विवाद का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले नवरात्रि के समापन पर दुर्गा विसर्जन को लेकर भी नागदा तहसील में विवाद सामने आया था। उसमें भी कथित तौर पर पुलिसकर्मी से अभद्रता और मारपीट किए जाने की बात सामने आई थी। उस समय भी भाजपा नेता के रिश्तेदारों द्वारा मारपीट किए जाने की बात सामने आई थी और इस घटना में भी एक पूर्व विधायक के रिश्तेदारों के होने की बात कही जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि ये सब किसकी शैह पर चल रहा है ? अमन के राज्य में गुंडागर्दी कब तक चलती रहेगी ? क्यों कोई जिम्मेदार इस मामले में काई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा ?
प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीटर हैंडल पर किया पोस्ट
मध्यप्रदेश में भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी सत्ता के संरक्षण में चरम पर है। इन पर कार्रवाई नहीं होने से भाजपाई गुंडों का दुस्साहस लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह जिले की खारवाकला चौकी के प्रधान आरक्षक कमल बघेला के साथ महिदपुर के पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान के नजदीकी लोगों ने निर्ममता से जान से मारने की नीयत से मारपीट की। पुलिसकर्मी बघेला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी, आपको आपके असफल गृहमंत्री से तुरंत इस्तीफा ले लेना चाहिए। वे भाजपाई नेताओं और उनके संबंधियों की गुंडागर्दी रोकने में अक्षम हैं।
पुलिस कर रही आरोपियों की पहचान
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला पुलिस प्रशासन हरकत में आया और वीडियो के आधार पर मारपीट करने वालों की तलाश में जुट गया। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को खोजना शुरू कर दिया है। कुछ की पहचान भी कर ली गई है, जल्द ही उन्हें हिरासत में लिया जाएगा।
ये थी विवाद की वजह
पुलिस के अनुसार खारवाकला चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक कमल सिंह बघेल अपनी कार से नागदा की ओर जा रहे थे, तभी कोल्हूखेड़ी मार्ग पर सामने से आ रही एक अन्य गाड़ी से उनकी टक्कर हो गई। जिस वाहन से पुलिसकर्मी की टक्कर हुई उस गाड़ी में एक परिवार सवार था। हादसे के तुरंत बाद उन लोगों ने पुलिसकर्मी के साथ गाली-गलौच करते हुए, मारपीट शुरू कर दी।
एएसपी बोले बढ़ाई जाएंगी धाराएं
उज्जैन एएसपी नितेश भार्गव ने बताया कि ये मामला परसों देर रात का बताया जा रहा है। खांरवाकला चौकी के प्रधान आरक्षक कमल सिंह बघेल अपनी कार से रास्ते में जा रहे थे, तो उनका एक्सीडेंड हुआ था। फिलहाल दोनों पक्षों नेे एक्सीडेंट की रिपोर्ट दर्ज करवाई है, लेकिन बाद में एक वीडियो फरियादी पक्ष द्वारा प्रस्तुत करवाया गया है, जिसमें हमने मारपीट, बलवे की धाराओं का भी इजाफा किया। घटना में आरक्षक को गहरी चोटें आई हैं, जैसे ही चोटों का विवरण प्राप्त होगा, केस में और भी धाराओं का ईजाफा किया जाएगा। कमल सिंह बघेल की ओर से 8 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।