प्राचीन गजलक्ष्मी मंदिर में बांटा गया सुहाग का सिंदूर, महिलाओं ने माता के दर्शन कर लिया सिंदूर
उज्जैन - दीपावली के बाद शहर के प्राचीन गजलक्ष्मी मंदिर में सुहाग पड़वा पर महिलाओं भीड़ उमड़ी। महिलाओं ने माता लक्ष्मी के दर्शन करने के बाद मंदिर से सुहाग का सिंदूर प्राप्त किया। मान्यता यह है कि यहां का सिंदूर घर में संभाल कर रखने से हमेशा माता जी की कृपा बनी रहती है और घर में धन-धान्य, सुख-समृद्धि का वास होता है।
एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि महिलाएं सुहाग के वरदान के लिए मंदिर में माता का सिंदूर लेने आती हैं। ये परम्परा मंदिर में वर्षो से चली आ रही है।
आपको बता दें कि लक्ष्मी माता का ये मंदिर 2000 वर्ष पुराना है और इस मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है। ऐसा भी कहा जाता है कि सम्राट विक्रमादित्य ने अपने राज्य में स्थिरता के लिए माता लक्ष्मी का आव्हान किया था। विक्रमादित्य गजलक्ष्मी का पूजन अपनी राजलक्ष्मी के रूप में किया करते थे।