गोवर्धन पूजा पर इंसानों को रौंदकर निकलती हैं गायें
क्या आपने कभी सजधज कर तैयार दर्जनों गायों को एक साथ सड़कों पर दौड़ते हुए देखा है? क्या कभी देखा है कि ये गायें सड़क पर लेटे हुए लोगों के ऊपर से निकल रही हैं? अगर नहीं तो हम आपको दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा, सुहाग पड़वा या धोक पड़वा पर होने वाले एक ऐसे ही पारंपरिक आयोजन 'गौरी पूजन' के बारे में बताने जा रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से 76 किलोमीटर दूर बड़नगर तहसील के गांव भिड़ावद की। चार हजार की आबादी वाले इस गांव में दर्जनों लोगों के ऊपर से दौड़ती हुई गायों को देखने अलसुबह से ही लोग जमा होने लगते हैं। इसे देखने वालों के भले ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि गाय के पैरों के नीचे आकर आज तक कोई घायल नहीं हुआ। किसी को एक खरोंच तक नहीं आई। यही कारण है कि प्रशासन ने आज तक कभी इस आयोजन पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रयास नहीं किया।