बाल संरक्षण विषय पर शिक्षकों, पर्यवेक्षकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण
उज्जैन- महिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला पंचायत द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत बाल हितेषी ग्राम पंचायत गठन की जिले में पहल की गई है, जिसके अनतर्गत जिले के उज्जैन एवं घटटिया ब्लाक की 10-10 ग्राम पंचायतों का चयन किया है. जिसमें बिभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इसके तहत बिभिन्न विभागों के निचले अमले को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी क्रम में 23 से 25 अक्टूबर को जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं जनपद पंचायत उज्जैन में शिक्षकों, पर्यवेक्षकों एवं
आंगनवाडी कार्यकर्ताओं सहित कुल 75 प्रशिक्षनार्थियों को किशोरियों एवं बच्चों के स्वास्थ, शिक्षा, संरक्षण, साइबर क्राइम, जेंडर भेदभाव आदि विषयों पर सहभागिता आधारित गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी ने बच्चों सम्बंधित कानूनों किशोर न्याय अधिनियम 2015, पाक्सो एक्ट, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया एवं बाल संरक्षण सम्बंधित विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
तकनीकी सहयोगी संस्था ममता एच.आई.एम.सी नईदिल्ली की राज्य प्रतिनिधि श्रीमती इंदु सारस्वत द्वारा सहभागिता आधारित गतिविधियों के माध्यम से जेंडर भेदभाव, सकारात्मक मर्दानगी, समता और समानता विषयों और उनके महिलाओं, किशोर किशोरियों एवं बच्चों पर दुष्प्रभाव सम्बंधित जानकारी प्रदान की गई। वर्तमान परिदृश्य में ऑनलाइन खतरों और उनके महिलाओं, किशोर किशोरियों एवं बच्चों पर दुष्प्रभाव विषय पर राज्य साइबर उज्जैन के सहायक उप निरीक्षक श्री हरेन्द्रपाल सिंह ने ऑनलाइन खतरों और उनसे बचने के उपायों को केस स्टडी के माध्यम से प्रतिभागियों को जानकारी दी। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ कार्यक्रम प्रतिनिधि श्री योगेश नरुका ने प्रजनन और यौन स्वास्थ्य विषय के तहत माहवारी स्वछता, मानसिक स्वास्थ और हेल्पलाइन के अलावा, एड्स जैसी गंभीर बीमारियों के बारे में जानकारी और बचाब के उपाय सम्बंधित
जानकारी प्रदान की। तकनीकी सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि ने बाल हितेषी ग्राम पंचायत की अवधारणा, घटकों एवं गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान स्कूली एवं शाला त्यागी किशोर किशोरियों को उपरोक्त विषयों पर प्रशिक्षित करने के लिए सत्र एवं विषय बार मासिक कार्य योजना बनाई गई एवं प्रतिवेदन प्रारूपो पर चर्चा की गई। तकनीकी सहयोगी संस्थान के जिला प्रतिनिधि के ने सभी प्रशिक्षकों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।