देश का पहला हाइटेक मंदिर होगा महाकाल, एटीएम की तरह काम करेगी डिस्पेंस मशीन, पैसा देते ही मिल जाएगा लड्डू प्रसाद का पैकेट
उज्जैन - विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों की सुविधा का हर तरह से खयाल रखा जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब भक्तों के लिए सुगम प्रसादी प्राप्त करने की व्यवस्था जुटाई जा रही है। इसके लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने डिस्पेंस मशीन मंगवाई है, जो एटीम की तरह काम करेगी। इस मशीन के मंदिर में लग जाने से श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। माना जा रहा है कि दीप पर्व के बाद यानी अगले माह कोयम्बटूर से दो मशीनें उज्जैन आएंगी।
अभी दो मशीनों से होगा ट्रायल
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति का कहना है कि मंदिर समिति लंबे समय से एक ऐसी मशीन की तलाश में थी, जिसके माध्यम से भक्तों को प्रसाद मिल सके। एक भक्त ने इस परिकल्पना को पूर्ण कर दिया है। महाकाल मंदिर देश का ऐसा पहला मंदिर होगा जहां डिस्पेंस मशीन को लगाया जा रहा है। इस डिस्पेंस मशीन का निर्माण कोयम्बटूर में हुआ है। फिलहाल प्रयोग के लिए मंदिर परिसर में दो स्थानों पर मशीनों को लगाया जाएगा। यदि इसके परिणाम सकारात्मक आए, तो आगे इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
ये भी है योजना
गौरतलब है महाकाल मंदिर में दर्शन पूजन के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो मंदिर तक नहीं आ पाते और बस या रेल से अपने गंतव्य पर निकल जाते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आने वाले समय में डिस्पेंस मशीन को बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन पर भी लगाने की योजना है।
ऐसे मिलेगा भक्तों को प्रसाद
महाकाल मंदिर में आने वाली डिस्पेंस मशीन से प्रसाद प्राप्त करना काफी आसान होगा। पहले श्रद्धालु को डिसप्ले में ये अंकित कना होगा कि उसे कितना प्रसाद चाहिए और किस वजन के पैकेट में चाहिए। फिर श्रद्धालु मशीन पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर जैसे ही पैसा ट्रांसफर करेंगे, वैसे ही तय कीमत अनुसार प्रसाद का पैकेट मशीन के नीचे बनी बकेट में आ जाएगा, जिसे श्रद्धालु प्राप्त कर लेंगे। गौरतलब है कि अभी भगवान महाकाल का प्रसाद 200 ग्राम, 500 ग्राम और 1 किलोग्राम के पैक में मंदिर परिसर में अलग-अलग काउंटरों से दिया जाता है।
तकनीकी व्यवस्थाओं पर हो रही चर्चा
डिस्पेंस मशीन को दो स्थानों पर लगाने के लिए अभी मंदिर समिति तकनीकी व्यवस्थाओं पर कार्य कर रही है। साथ ही बैंकों से चर्चा की जा रही है कि इसके लिए और क्या बेहतर हो सकता है। मंदिर समिति के कौन से खाते का क्यूआर कोड यहां पैमेंट के लिए लगाया जाए।