उज्जैन - अहमदाबाद से उज्जैन आया 300 किलो मीठा मावा जब्त वनस्पति, शकर, ऑइल और कलर से किया गया है तैयार
उज्जैन - थोड़ी सी कमाई के लिए शहर के कई व्यापारी आमजनों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे। ऐसी ही शिकायत पर खाद्य विभाग की टीम ने गुजरात के अहमदाबाद से लाया गया 300 किलो मावा जब्त किया। खाद्य विभाग की टीम ने बताया कि इस मावे को वनस्पिति, शकर, पामोलीन आइल व कलर से तैयार किया जाता है। ऐसे मावे से बनी मिठाई का उपयोग यदि लगातार किया जाए तो इससे ह्रदय रोग संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। खाद्य विभाग टीम ने नकली मावा उज्जैन मंगवाने वाले को भी पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
उज्जैन में खाद्य विभाग को लगातार शिकायतें मिल रहीं थी कि कुछ व्यापारी नकली मावे से तैयार मिठाई बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाते हुए, आमजनों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस मामले में विभाग ने पड़ताल की और मामला सही पाया। इसके बाद खाद्य विभाग की टीम ने ये पता लगाया कि ये मावा आता कहां से है। मिली सूचना के बाद शुक्रवार को खाद्य विभाग की टीम देवासगेट बस स्टैण्ड पर तैनात हो गई। तभी गुजरात के अहमदाबाद से आई एक बस से 10 कट्टों में रखा मीठा मावा उतारा गया। खाद्य विभाग ने देवासगेट थाना पुलिस की मदद से मावा जब्त करते हुए उसकी जांच की। खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस मीठे मावे को शहर में सप्लाय किया जाता है। इसे हल्का सा गर्म करके मिठाई का आकार देकर बेच दिया जाता है। इसमें व्यापारी को ज्यादा लागत नहीं आती। विभाग के अधिकारी का कहना था कि यदि इस मावे का सेवन लगातार किया जाए तो इससे ह्रदय संबंधी रोग हो सकता है। क्योंकि ये मावा वनस्पिति, शकर, पामोलीन आइल और कलर मिलाकर तैयार किया जाता है, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए अधिक नुकसान दायक है।
इधर देवास गेट पुलिस ने इस मामले में मावा मंगवाने वाले प्रवीण जैन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवीण जैन विद्यापति नगर का रहने वाला है और लंबे समय से वो इी व्यवसाय में संलिप्त है। खाद्य विभाग की शिकायत पर अब पुलिस भी इस मामले की जांच में जुट गई है। उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में आगे और खुलासे होंगे।