महाकाल मंदिर में समिति के अधीन हों सारी व्यवस्थाएं
महाकाल मंदिर में मंदिर समिति के प्रशासक से दो आरक्षकों ने अभद्रता की। इस हरकत पर मंदिर के महेश पुजारी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा, 'धर्मस्थल की व्यवस्था जब मंदिर प्रबंध समिति करती है, तो पूरी व्यवस्था मंदिर समिति के अधीन होना चाहिए। यदि समानांतर व्यवस्था चलेगी, तो इस तरह के मामले होते रहेंगे। महाकाल मंदिर में मंदिर प्रबंध समिति के माध्यम से संपूर्ण व्यवस्था होना चाहिए। प्राइवेट सिक्योरिटी को प्रशिक्षण देकर लगाना चाहिए, जिससे वे प्रशासक के अधीन कार्य कर सकें।'
मामला सोमवार सुबह 11 बजे का है। महाकाल मंदिर के नंदी हॉल में दो आरक्षकों ने मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ के साथ अभद्रता की थी। वे नियमित निरीक्षण के लिए मंदिर पहुंचे थे। नंदी हॉल में दो आरक्षक दिखाई दिए। उन्होंने दोनों से ड्यूटी पॉइंट के बारे में पूछा, तो वे नाराज हो गए।
प्रशासक के साथ जो कुछ हुआ है, वो निंदनीय महेश पुजारी ने कहा, 'पुलिस या होमगार्ड का अपना एक प्रोटोकॉल होता है। वे कभी भी मंदिर के प्रशासक, मंदिर के अधिकारी, पुजारी से अच्छा व्यवहार या उनके नेतृत्व में काम नहीं कर सकते हैं। आगे भी मंदिर में अगर होमगार्ड या पुलिस की व्यवस्था की जाती है, तो मंदिर में झगड़े की जड़ रहेगी।'
उन्होंने कहा, 'प्रशासक और मंदिर प्रबंध समिति से आग्रह है कि मंदिर में पुलिस व्यवस्था केवल इसलिए होना चाहिए कि कोई आपातकाल या कोई घटना होती है, तो उनका उपयोग किया जाए। संपूर्ण परिसर में मंदिर समिति की सिक्योरिटी, मंदिर समिति की प्रबंध व्यवस्था प्रशासक के अधीन होना चाहिए। प्रशासक के साथ जो कुछ हुआ है, हम उसकी निंदा करते हैं।'
प्रशासक का एसपी को लेटर- आरक्षकों को लाइन अटैच करें महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने सोमवार दोपहर एसपी को लेटर लिखकर दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच करने की मांग की। उन्होंने लिखा कि 21 अक्टूबर को श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। नंदी मंडपम् में उपस्थित आरक्षक विवेक और आरक्षक जगपाल ने अमर्यादित आचरण किया और उनका कर्तव्यस्थल नंदी मंडपम बताया।
जब उन्होंने दोनों के कर्तव्य स्थल की जानकारी मांगी, तो पता लगा कि वे निर्माल्य द्वार पर तैनात थे। ऐसे में निर्धारित कर्तव्य स्थल की जगह दूसरे स्थान पर उपस्थित होने, अमर्यादित आचरण करने और असत्य जानकारी देने पर दोनों को लाइन अटैक किया जाए।