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हरिद्वार की तरह उज्जैन में साधु-संतो के स्थायी आश्रम बनेगें: सीएम यादव बोले- सिंहस्थ 2028 को ध्यान रख होगा काम; अब अस्थाई निर्माण नहीं होगें


उज्जैन में सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ सीएम यादव ने पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सीएम डॉ यादव ने कहा कि अब हरिद्वार के तर्ज पर उज्जैन में साधु-संत स्थायी रूप से आश्रम का निर्माण कर सकेंगे। स्थायी तौर पर आश्रम बनने से साधु-संत और श्रद्धालुओं को महंगे होटलों में ठहरना नहीं पड़ेगा।

टाउन कंट्री प्लानिंग के तहत इस योजना में अगर किसी आश्रम को 5 बीघा जमीन दी जाती है तो उसमें 4 बीघा जमीन ओपन रखनी होगी। ताकि सभी आश्रम में पर्याप्त खुला स्थान मिल सके। इस योजना के तहत सिर्फ संतो को आश्रम निर्माण की छूट दी जाएगी। यहां किसी तरह के कॉमर्शियल और निजी स्तर पर उपयोग नही कर सकेगा। योजना में यूडिए (UDA) के माध्यम से निर्माण कार्य होगें।

सिंहस्थ में अस्थाई निर्माण से छुटकारा मिलेगा

सीएम यादव ने कहा कि धार्मिक शहर के नाते से हम सभी साधु संतो और महामंडलेश्वर को स्थाई रूप से जगह देने की नई योजना बनाई है। 2028 में होने वाले सिंहस्थ के अलावा भी साधु संतो और उनके भक्तों को आम दिनों में आने जाने, कथा भागवत करने में समस्या होती है। सभी को भूखंड की आवश्यकता होती है। हरिद्वार हमारी आदर्श धर्म नगरी है उसी के तर्ज पर हम उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से सभी साधु-संतो, महामंडलेश्वर, महंतों और अखाड़े के प्रमुखों को आंमत्रित कर उज्जैन में उनके आश्रम बने इस पर प्रयास करेगें। साधु संतों के आश्रम के बाद हम सभी समाजों की धर्मशालाओं के निर्माण की योजना बनाएंगे।

शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर एक साथ काम होगा

सीएम यादव ने कहा कि किसान अगर साधु संतो को जमीन देना चाहे तो उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम दे सकेंगे। मेट्रो ट्रेन की मंजूरी दे दी गई है। उज्जैन एयर स्ट्रिप को हवाई अड्डे बनाने की तैयारी कर रहे हैं। आने वाले दिनों में शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए परमानेंट फोर लेन, सिक्स लेन ये सभी अलग अलग निर्माण कार्य एक साथ शुरू करेंगें। यह सभी निर्माण कार्य इस तरह से किए जाएंगे कि सिंहस्थ के बाद इन्हें तोड़ना न पड़े। इसलिए यह सभी निर्माण कार्य स्थायी तौर पर ही किए जाएंगे।

इसके बाद अगर कोई सामाजिक रूप से अन्य क्षेत्र, धर्मशाला, हॉस्पिटल, कॉलेज, स्कूल का निर्माण करना चाहता है तो उनके लिए भी योजना बनाई जाएगी। लेकिन पहला प्रयास सभी साधु-संतो के लिए किया जाएगा।

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