महाकाल में नियम तोड़कर दर्शन करने वालों पर कार्रवाई हो, वैश्य समाज की सीएम से मांग - जिला प्रशासन व मंदिर समिति औपचारिकता नहीं कठोर कार्रवाई करें
उज्जैन। महाकाल मंदिर में नियम तोड़कर गर्भगृह में जाकर दर्शन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। यह मांग अंतरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप धारिया एवं उपाध्यक्ष अरविंद जैन ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से की है।
श्री धारिया व श्री जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि विगत दो, तीन वर्षों से निरंतर देखने में आ रहा है कि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के माध्यम प्रदेश एवं देश के विभिन्न नेता एवं अन्य जन प्रतिनिधि महाकाल के गर्भगृह में अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर दर्शन लाभ ले रहे हैं जबकि आम लोगों को पिछले डेढ़ वर्ष से गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हाल ही में नेताओं ने फिर नियम तोड़कर दर्शन किए और बवाल मचा तो जिला प्रशासन व मंदिर समिति ने असहाय व गरीब कर्मचारियों पर कार्यवाही का दिखावा कर महज औपचारिकता पूर्ण कर मामले को निपटाने की इतिश्री कर ली। श्री धारिया एवं श्री जैन ने प्रदेश के मुखिया से मांग की है कि यदि प्रशासन सुचारू व्यवस्था बनाए रखने में असफल है तो नगर की सामाजिक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त करे, विगत अनेक वर्षों से मानसेवी सदस्य कुंभ से लेकर अनेक बड़े पर्वों पर महाकाल मंदिर में निशुल्क एवं निस्वार्थ भाव से सेवा कर व्यवस्थाएं बनाते आए है। इस तरह की घटनाओं से देशभर में महाकाल मंदिर प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। इसे लेकर नगर के समाज प्रमुखों, महाकाल भक्तों एवं नगर की धर्म प्राण जनता की संयुक्त बैठक कर प्रशासन को सद्बुद्धि देने हेतु भगवान महाकाल को ज्ञापन दिया जाएगा। मंदिर में आने वाले दान का भी सदुपयोग किए जाने की मांग की गई है।