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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं शांति, न्याय व सशक्त संस्थाएं विषय को लेकर कार्यशाला सम्पन्न ‘‘शिक्षा की सार्थकता तब ही है जब वह आचरण में हो’’ -प्रो.डॉ.ए.सी.शुक्ल


उज्जैन- ‘‘शिक्षा की सार्थकता तब ही है जब वह आचरण में हो’’, उक्त विचार शा. अभियांत्रिकी महाविद्यालय उज्जैन के प्राध्यापक डॉ. ए.सी. शुक्ल ने मुख्य अतिथि के रूप में शा. उत्कृष्ट उ.मा.वि. माधवनगर, उज्जैन में युनाईटेड नेशन्स ऑफिस ऑन ड्रग्स एण्ड क्राईम (यू.एन.ओ.डी.सी.) तथा रतलाम पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में व्यक्त किए। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि वक्ता के रूप में  यू.एन.ओ.डी.सी. के कम्युनिकेशन ऑफिसर श्री समर्थ पाठक एवं एन.सी.ई.आर.टी. नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सत्य भूषण भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी उज्जैन श्री आनन्द शर्मा ने की। उत्कृष्ट विद्यालय की प्राचार्य डॉ. विभा शर्मा, कार्यक्रम की सुत्रधार व संयोजक डॉ. संयोगिता सिंह, कार्यक्रम के समन्वयक श्री संजय लालवानी, प्राचार्य, हाईस्कूल दुधली एवं श्री असीम पण्डया भी मंचासीन थे। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर अतिथियों द्वारा पुष्पाहार एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ। सरस्वती वंदना उ.मा.शि. श्रीमती शैफाली चतुर्वेदी ने प्रस्तुत की। पश्चात अतिथियों का स्वागत डॉ.संयोगिता सिंह, श्री अमितोज भार्गव, श्री संजय लालवानी एवं श्री असीम पण्ड्या ने किया। अतिथि परिचय एवं स्वागत उद्बोधन शा.उ.मा.वि चिन्तामण जवासिया के प्राचार्य श्री अमितोज भार्गव ने दिया। इस अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया।

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