बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत बालिकाओं एवं महिला संबंधी विभिन्न क़ानूनों का प्रशिक्षण
उज्जैन- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
अंतर्गत 2 से 11 अक्टूबर तक ज़िले में शक्ति अभिनंदन अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान
के तहत 9 अक्टूबर को शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय देवासगेट में बालिकाओं को विभिन्न
कानूनों की जानकारी प्रदाय की गई। कार्यक्रम में 150 बालिकाएँ उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के मुख्य
अतिथि श्री नीरज प्रजापति वरिष्ठ व्यवहार न्यायाधीश द्वारा कानून में आए बदलाव के विषय में
सभी को अवगत करवाया। यह भी बताया गया कि भारतीय दंड संहिता का उद्देश्य मुजरिम को दंड
देना था जब कि भारतीय न्याय संहिता का उद्धेश्य सभी के साथ न्याय करना है।
कार्यक्रम में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी (म.बा.वि) श्री साबीर अहमद सिद्दीकी द्वारा बताया
गया कि उज्जैन जिले में 2018 से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संचालन किया जा रहा है। शासन
स्तर से बालिका लिंगानुपात को बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों से लिंग
विभेदीकरण में कमी आ रही है। आज हम देख रहे हैं कि जिले का जन्म के समय का लिंगानुपात
गत वर्ष से बढ़कर 950 हो गया है। शासन का मुख्य ध्येय है बालिका शिक्षा, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य।
जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चंद्रेश मंडलोई द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994, बाल
विवाह प्रतिषेध अधिनियम-2005, दहेज प्रतिषेध अधिनियम-1961, घरेलू हिंसा से महिलाओं का
संरक्षण अधिनियम-2005 पर विशेष प्रकाश डाला गयाI साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सभी बड़े संवेदनशील हैं, उनकी सुरक्षा के लिए विभिन्न कानून बनाए
गए हैं। कार्यक्रम में महिला बाल विकास विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी द्वारा
लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम-2012 के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी से
अवगत करवाया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.वंदना गुप्ता द्वारा सभी को संबोधित
करते हुए कहा कि आज स्त्रियों के लिए गर्भ से लेकर जीवित अवस्था तक विभिन्न कानून बनाए गए
हैं, पर कभी हमने ऐसा विचार किया कि हमको कानून की आवश्यकता क्यों पड़ी? ऐसे सवाल के उत्तर
हमें खोजने की आवश्यकता है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ.कविता जैन एवं सुश्री मोनिका
परमार, प्रशासक श्रीमती वीणा बोरासी उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी
द्वारा किया गया। मिशन वात्सल्य से श्री गौरव मित्तल एवं श्री संतोष पँवार द्वारा आवश्यक सहयोग
किया गया। कार्यक्रम के अंत मे बालिकाओं को उनकी स्वरक्षा हेतु विभाग द्वारा पेपर स्प्रे का वितरण
भी किया गया ।