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डॉ एसके पांडेय आयुर्वेद जगत के एक स्तंभ थे:जो सदैव याद किए जाएंगे


डॉ एसके पांडेय आयुर्वेद जगत के एक स्तंभ थे:जो सदैव याद किए जाएंगे
उज्जैन (निप्र)/मध्य प्रदेश आयुर्वेद अधिकारी संघ के पूर्व प्रांतीयअध्यक्ष डॉ एस के पांडे का अवसान 8 अक्टूबर 2024 को नागदा में हो गया ।85 वर्षीय डॉक्टर पांडे ने लंबे समय तक सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय आयुर्वेद औषधालयों में चिकित्सा अधिकारी के रूप में उल्लेखनीय सेवाएं दी ।जिसमें अधिकांश समय बेरछा (नागदा )में ही रहे , सेवानिवृति के बाद भी वही रहे।
चिकित्सकों की वेतन में संगतियों और अधिकारों के प्रति संघर्ष करने में डॉक्टर पांडेय सदैव अग्रणी रहे। मध्य प्रदेश आयुर्वेद अधिकारी संघ के वर्ष 1990 -91 में प्रांतीय अध्यक्ष रहे ,आपके नेतृत्व में भोपाल में एक लंबा आंदोलन चला जिसमें 250 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों ने अपनी गिरफ्तारियां दी थी ।यह एक रिकॉर्ड था जब इतनी बड़ी संख्या में राजपत्रित अधिकारियों ने अपनी गिरफ्तारियां दी। आपके संघर्ष और नेतृत्व  के कारण शासन ने आपका स्थानांतरण उस समय अन्यत्र कर दिया तो आदेश आते ही तत्काल आप नवीन स्थान पर चले गए, लेकिन बेरछा की जनता स्वास्थ्य सुविधा से विमुख हुई तो ग्रामीण जनों ने आंदोलन चलाया और आखिरकार तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने शासन पर दबाव डलवा कर पांडेय जी को बेरछा स्थांतरित करवाया, परंतु डॉक्टर पांडे ने इस हेतु कोई आवेदन नहीं दिया था ।
ऐसे निष्कपट जुझारू सेवाभावी स्पष्टवादी,ओजस्वी वक्ता डॉ एस के पांडे सदैव आयुर्वेद जगत में याद किए जाएंगे ।
आपके सुपुत्र डॉक्टर हिमांशु दत्त पांडे नागदा में चिकित्सा कार्य कर रहे हैं एवं दूसरे पुत्र सुधांशु इंजीनियर है। डॉक्टर पांडेयके अवसान पर अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एस एन पांडे, मध्य प्रदेश आयुर्वेद सम्मेलन के उपाध्यक्ष डॉ विनोद बैरागी, महासचिव डॉक्टर मुकुल पिंडावाला, अवंतिका देशी चिकित्सक मंडल के अध्यक्ष डॉ चंद्र शर्मा, नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनिल जैन पूर्व प्राचार्य डॉक्टर श्याम लाल शर्मा ने डॉक्टर पांडे जी के निधन पर  शोक संवेदना प्रकट कर श्रद्धांजलि दी।
प्रेषक -डा विनोद वैरागी, उज्जैन

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