नगर निगम का एक और कारनामा: जहां पहले अवैध कॉलोनी पर एफआईआर कराई थी, अब वहां लगा रहे पोल व लाइट
उज्जैन नगर निगम अजब-गजब है। यहां के अधिकारियों ने पहले तो अवैध कॉलोनी काटने पर संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई और अब उसी अवैध कॉलोनी में लाखों रुपए के खर्च से ट्यूबलर पोल खड़े कर स्ट्रीट लाइट लगवा रहे हैं। ऐसा क्यों और किसके दबाव में? सवाल पूछने पर जिम्मेदार गोलमाल जवाब देकर बचते नजर आ रहे हैं।
हैरानी वाली बात यह कि ये सब गड़बड़ी वार्ड क्रमांक एक में भैरवगढ़ के सिंहस्थ क्षेत्र में हो रही हैं। वह भी ऐसे वक्त में जब वर्ष 2028 के सिंहस्थ के मद्देनजर मेला क्षेत्र के चिह्नित करीब 417 अवैध अतिक्रमण-निर्माण हटाने की तैयारी की जा रही हैं। ऐसे में भविष्य में यहां होने वाले आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार कौन रहेगा? अवैध कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं देकर इन्हें बढ़ावा देने वाले दोषियों पर कार्रवाई होगी या नहीं, या फिर यूं ही गड़बड़झाला चलता रहेगा? जैसे कई सवाल खड़े हो रहे है, जिनका ठोस जवाब फिलहाल जिम्मेदारों के पास नहीं हैं।
वर्ष 2017 में भैरवगढ़ थाना पुलिस ने जनवरी में ग्राम भदेड मय चक क्षेत्र की हल्का नंबर 36 भूमि सर्वे क्रमांक 115 मीन रकबा 0.376 हेक्टेयर (नवीन संशोधन सर्वे क्रमांक 115/1/1 मीन 6 रकबा 0.316 हेक्टेयर) तथा सर्वे क्रमांक 102/1/1 मीन 1 रकबा 0.125 हेक्टेयर पर अवैध कॉलोनी काटने पर आरिफ हुसैन, अनीस हुसैन और शाकीर हुसैन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। निगम से प्राप्त आवेदन पत्र की जांच पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर निगम की कॉलोनी सेल के उपयंत्री डीएस परिहार के कथन लिए थे।