प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है कि वह साफ-सफाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे -डॉ.दीक्षित 15 दिवसीय कार्यक्रम के तहत लगभग 400 से अधिक किसानों को लाभांवित किया गया
उज्जैन- स्वच्छता ही सेवा के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र में गत 15 सितंबर से 02 अक्टूबर तक डॉ.ए.के. दीक्षित प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत स्वच्छता शपथ से हुई। कार्यक्रम मैं डॉ.दीक्षित ने स्वभाव स्वछता- संस्कार स्वछता थीम के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक विचार धारा है। हमें मानसिक रूप से भी साफ-सफाई करनी चाहिए, ताकि हमारे शरीर में ऊर्जा सक्रिय हो सके, हमें किसी भी प्रकार की नकारात्मक धारणा नहीं रखनी चाहिए। किसी के प्रति ईर्ष्या भी नहीं रखना चाहिए। साथ ही शारीरिक साफ-सफाई के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। सामाजिक सफाई हेतु प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है कि वह साफ़ सफ़ाई में अपना सहयोग प्रदान करे।