महाकाल मंदिर के पास दीवार गिरी, दो की मौत
उज्जैन में शुक्रवार शाम को तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के पास एक दीवार ढह गई। जिसके मलबे में दबने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इंदौर रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर दुख जताया है। कलेक्टर नीरज कुमार ने कहा कि मामले की जांच एसडीएम करेंगे। कांग्रेस ने मांग की है कि दीवार कैसे गिरी, क्यों गिरी, इसकी निष्पक्षता से जांच होना चाहिए।
पानी निकासी नहीं थी, प्रेशर से गिरी दीवार इस हादसे में बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। दरअसल जो दीवार ढही है, वह 20 साल पुरानी थी। इसी दीवार के पीछे एक और दीवार बनाई गई है। जिसका निर्माण मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने कराया है। दोनों दीवारों के बीच करीब 10 फीट का गैप है। जिसमें बड़ी मात्रा में काली मिट्टी को डाला गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि दोपहर से ही यहांपानी भरा रहा था।
लगातार बारिश से मिट्टी गीली होती गई। यहां पानी निकासी का कोई इंतजाम भी नहीं था। शुक्रवार शाम को भी जब तेज बारिश हुई तो पानी निकलने की जगह नहीं मिली। प्रेशर बनने से पुरानी दीवार के ऊपर वाला हिस्सा ढह गया। रेस्क्यू टीम ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी बुलवाई। राहत और बचाव कार्य के बाद बाकी बची क्षतिग्रस्त दीवार को भी गिरा दिया गया।