उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन में दिखेगी श्रीकृष्ण गमन पथ और महाकाल नगरी की झलक
उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन में श्रीकृष्ण गमन पथ और महाकाल की नगरी की झलक देखने को मिलेगी। एमपीआरडीसी और निर्माण एजेंसी की टीम इसके लिए विषय विशेषज्ञों से सलाह ले रही हैं।
1692 करोड़ की लागत से बनने जा रहे 44.50 किमी लंबे उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन मार्ग के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को भूमि पूजन किया। श्री महाकाल लोक के बनने के बाद से उज्जैन-इंदौर के बीच ट्रैफिक बढ़ने से इस रूट के मार्ग को विस्तारित करने की जरूरत महसूस होने लगी थी। इसके अलावा सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से भी इस मार्ग का डेवलमेंट जरूरी हो गया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसके विस्तार की योजना तैयार करवाई और अब ये सिक्स लेन होने जा रहा है। इंदौर एमपीआरडीसी के अधिकारी प्रयास कर रहे हैं कि ये सिक्स लेन तय समय सीमा में करीब दो वर्ष में बनकर तैयार हो जाए। निर्माण में बड़ी सहुलियत ये कि जिम्मेदारों को इस रूट पर कोई अतिरिक्त जमीन अधिग्रहीत नहीं करना पड़ी है। इधर, इस सिक्स लेन निर्माण को लेकर अब ये नई जानकारी भी सामने आई कि इस मार्ग से आवागमन करने वालों को यहां श्रीकृष्ण गमन पथ और महाकाल की नगरी की झलक भी देखने को मिलेगी। मार्ग में श्रीकृष्ण की लीलाओं-कलाओं का वर्णन प्रदर्शित होगा।
यह मूर्ति के रूप में होगा या चित्रकारी आदि के रूप में अभी इसकी तैयारी की जा रही है। साथ ही मार्ग में श्री महाकाल की नगरी उज्जैन की झलक भी दिखाई दे, इसके लिए भी काम हो रहा है। एमपीआरडीसी व निर्माण एजेंसी की टीम विषय विशेषज्ञों के साथ इस विषय में चर्चा कर ठोस निर्णय पर पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है। निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मार्ग को हेरिटेज लूक देने के प्रयास हो रहे हैं। श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े कौन-से प्रसंग का वर्णन यहां निर्माण कर वर्णित किया जा सकता है, इसके बारे में विशेषज्ञों से जानकारी जुटा रहे हैं। प्रयास यह कर रहे हैं कि इस 44.50 किमी मार्ग पर सफर के दौरान यात्री को धार्मिक-आध्यात्मकि अहसास हो। सफर करने वाले को यह महसूस होने लगेगा कि वह श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली व महाकाल की नगरी के पास है।
मध्यप्रदेश और राजस्थान की सरकार जुटी हैं श्रीकृष्ण गमन पथ काम के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार श्रीकृष्ण गमन पथ के लिए काम करने जुटी हुई है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर उज्जैन आए राजस्थान के मुख्यमंत्री शर्मा ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर स्पष्ट किया था कि राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार मिलकर श्रीकृष्ण गमन पथ का निर्माण करेंगी। इस पथ पर वे सभी स्थान शामिल होंगे, जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण ने यात्रा की थी।