मित्रता दिवस पर आनंद विभाग के द्वारा ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अन्तर्गत पौधारोपण किया गया
उज्जैन- विश्व मित्रता दिवस पर टीम आनंदक द्वारा नृसिंह घाट पर 150 से अधिक
विभिन्न पौधे लगाए गए। इस अवसर पर 20 से अधिक आनंदम सहयोगी उपस्थित थे। कार्यक्रम समन्वयक
डॉ. प्रवीण जोशी ने बताया कि सभी आनंदक प्रकृति प्रेमी के साथ वृक्ष मित्र भी हैं। इन्होंने व्यक्तिगत
प्रयास से पहले भी पौधारोपण किया है। वे अपने दैनिक दायित्वों के साथ प्रकृति और पौधों के प्रति
संवेदनशील है और प्रति रविवार दो घंटे पर्यावरण संरक्षण को देते है।
आनंदम सहयोगी विकास अरोन्या ने कहा कि, पर्यावरण के बीच धर्म और प्रकृति का समन्वय ही
सनातन धर्म की पहचान है। डॉ. सुमन जैन ने कहा कि, हम सब मिलकर छोटे-छोटे प्रयास करते है, ताकि
यह नन्हे पौधे, पेड़ बन सकें। श्रीमती अदिती लोखंडे अपने घर पर पीपल का पौधा लेकर आई उसकी सुरक्षा
के लिए वही ट्री गार्ड भी लगाया गया। वृक्ष मित्र और आनंदम सहयोगी श्री राजेश शर्मा ने कहा कि, सभी
का प्रयास है कि पौधे अधिक से अधिक लगे और पेड़ बन सकें। जिले की मास्टर ट्रेनर्स सुश्री रंजना
मालवीय ने बताया कि हम पौधा रोपण का विशेष अभियान पूरे अगस्त माह चलाएंगे और राखी पर विशेष
भाई बहन के प्यार की निशानी के रूप में और भी अधिक पौधे लगाएंगे। उनके साथ आनंदम सहयोगी
जितेंद्र मालवीय भी उपस्थित थे उन्होंने सबसे अधिक पौधें लगाए।कार्यक्रम के मुख्य अतिथी डॉ. वी के
सक्सेना थे। जिसके सहयोग से टीम आनंदक कई प्रकार के सामाजिक कार्य कर रही है। पौधा रोपण के
सूत्रधार समाज सेवी और आनंदम सहयोगी श्री विकास अरोन्या थे उन्होंने बताया कि, हरियाली अमावस्या
और मित्रता दिवस होने से पौधा रोपण कार्य में अधिक उत्साह और आनंद देखा गया। समापन पर हरिशंकर
वट की कविता का आनंद चाय और आभार के साथ किया गया।