जनसंख्या स्थिरता माह 11 अगस्त तक चलाया जायेगा
उज्जैन- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अशोक कुमार पटेल ने बताया कि विश्व
जनसंख्या स्थिरता माह विगत 11 जुलाई से प्रारम्भ हुआ था। यह स्थिरता माह 11 अगस्त तक मनाया जायेगा।
जनसंख्या स्थिरता माह का उद्देश्य लोगों के बीच में बढ़ती हुई जनसंख्या के दुष्परिणामों से अवगत कराना है। इसके
अन्तर्गत व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से सभी चिन्हित लक्ष्य दम्पत्तियों को प्रेरित कर परिवार नियोजन के साधनों के
विषय में जानकारी प्रदाय की जायेगी। आज की परिस्थतियों में यह आवश्यक है कि हम विकराल रूप ले चुकी
जनसंख्या को नियंत्रित करने हेतु तुरन्त प्रभावी कदम उठायें। इसके लिये शासन द्वारा अनेक प्रकार की परिवार
नियोजन कार्यक्रमों/योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जनसंख्या को स्थिर करने के लिये चार महत्वपूर्ण कारक
हैं, जिनके बारे में दम्पत्तियों एवं अन्य लोगों को जानकारी प्रदान करना है।
परिवार नियोजन की सेवाओं की पहुंच जन-समुदाय को न होने के कारण अवांछित गर्भधारण में वृद्धि के
कारण मातृ मृत्यु दर, स्वास्थ्य सम्बन्धी जटिलताएं एवं नवजात के स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है,
इसलिये मातृ व प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं मुख्य रूप से आपातकालीन गर्भनिरोधक सहित आधुनिक लघुकालीन और
दीर्घकालीन गर्भ निरोधकों, स्थाई परिवार नियोजन साधनों, सूचना, परामर्श एवं सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केन्द्रित
करती है। गर्भावस्था के सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित करने के लिये बच्चों के जन्म के बीच अन्तर व उनके
समुचित स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है। विश्व जनसंख्या दिवस अभियान के दौरान जन-समुदाय में जागरूकता
बढ़ाने, नवाचारों के माध्यम से परिवार नियोजन के महत्व पर व्यापक प्रचार-प्रसार व सेवा प्रदायगी के माध्यम से
परिवार कल्याण कार्यक्रम को सार्थक किया जा सकता है।