महाकाल की सवारी में पालकी के पहले निकाल दी हूबहू दूसरी पालकी, श्रद्धालु भ्रमित, पुजारियों ने जताया विरोध
श्रावण, भादौ माह में निकाली जाने वाली महाकाल की सवारियों के क्रम में दूसरी सवारी सोमवार को निकाली गई। इसमें गंभीर लापरवाही सामने आई है। मुख्य पालकी के पहले उसी तरह की एक और पालकी निकाल दी गई। इसमें पालकी का आकार, ऊंचाई, सजावट सब मुख्य पालकी की तरह था।
यही नहीं पालकी में विराजमान मुखौटा भी मुख्य पालकी में विराजित मुखौटे जैसा ही था। ऐसे में पालकी की एक झलक पाने के लिए सवारी मार्ग के दोनों ओर खड़े श्रद्धालु भ्रमित हो गए। महाकालेश्वर के पुजारी भी विरोध में खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने इसकी शिकायत महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष और कलेक्टर के साथ मंदिर प्रशासक से की है।
भजन मंडलियों की बैठक, अनुमति के बाद ही हो सकती हैं शामिल : सवारी में कौन सी भजन मंडलियां शामिल होंगी। उनका स्वरूप कैसा रहेगा। उनमें कितने भक्त सहभागी करेंगे इस पर चर्चा के लिए मंदिर प्रशासन बकायदा एक बैठक बुलाता है। जिसमें भजन मंडलियों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर नियमों की जानकारी दी जाती है। इस बार सभी 9 भजन मंडलियों को पास देने के साथ ड्रेस कोड भी लागू किया गया है।
मंदिर का ही नियम है कि बिना अनुमति के सवारी में कोई शामिल ही नहीं हो सकता है। यह पालकी महाकाल मंदिर समिति द्वारा निकाली थी, जिसमें भगवान महाकाल के राजसी वैभव के साथ कहारों की टीम, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य सेवादार साथ चल रहे थे।
श्रावण, भादौ माह में निकाली जाने वाली महाकाल की सवारियों के क्रम में सोमवार को श्रावण की दूसरी सवारी में बदलाव दिखाई दिए। महाकालेश्वर पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने और अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सवारी निकलने से पहले महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने सपत्नीक महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन किया और आरती की।
पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने करवाया। सर्वप्रथम महाकालेश्वर का षोड़शोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। मंत्री श्री पटेल ने मंदिर से चलकर रामघाट पर पालकी का पूजन भी किया।
इस दौरान श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरिजी महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायक सतीश मालवीय, विधायक महेश परमार, नगर निगम सभापति कलावती यादव, संभागायुक्त संजय गुप्ता, आईजी संतोषकुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरजकुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा ने पूजन-अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। तीसरी सवारी 5 जुलाई को महाकाल की तीसरी सवारी 5 जुलाई को निकलेगी। पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव दर्शन देंगे।
महाकालेश्वर की सवारीमहाकाल मंदिर से प्रस्थान कर रामघाट पहुंची। यहां महाकालेश्वर का पूजन और जलाभिषेक पुजारी आशीष गुरु आदि ने करवाया। पारंपरिक नादब्रह्म की प्रस्तुति श्रावण के सोमवार सवारी के अंतर्गत दत्त अखाड़ा पर पारंपरिक नादब्रह्म की प्रस्तुति दी। माधव संगीत महाविद्यालय के आचार्यों के मार्गदर्शन में महाविद्यालय के शिष्यों ने विभिन्न रागों पर आधारित शिव भजनों की प्रस्तुति दी। जय महेश जटा जूट ,दरसन देवो शंकर महादेव ,ओम नमः शिवाय शिव धुनों ने श्रोताओं का मन मोहा।