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नौजवान कवियों एवं शायरों ने अपने कलाम से महफिल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया


सब्जी मार्केट स्थित जामा मस्जिद जमातखाना के हॉल में संस्था हल्का-ए-फिक्र-ओ-फन उज्जैन की अगुवाई में मुस्तकबिल के उन्वान से प्रोग्राम संस्था के संरक्षक जनाब सैय्यद आबिद अली मीर एवं जनाब शेरू हाजी के मार्गदर्शन में किया गया। शहरकाजी खलीकु़र्रहमान की अध्यक्षता में प्रोग्राम के पहले हिस्से में मालवा के उभरते हुए नौजवान कवियों और शायरों ने अपने कलाम से महफिल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। संस्था के मीडिया प्रभारी इरफान उल्लाह ने बताया कि शायर एवं कवियों में ज्यादातर ऐसे शायर और कवि थे, जो पहली बार किसी मंच पर आए और अपना कलाम सुनाया।

इस दौरान शानदार मुशायरे में संस्था के जनरल सेक्रेटरी मिर्जा वेद बेग के बहुत ही खूबसूरत संचालन में खंडवा से तशरीफ लाए। मशहूर शायर सूफियान काजी, नोएडा से रंजन निगम, देवास से गुलरेज अली और इंदौर से शाहनवाज अंसारी ने बेहतरीन कलाम सुनाए। इनके अलावा बज्म के सदर नवाज असीमी और सेक्रेट्री बेग ने भी अपने कलाम से नवाजा।

इस दौरान संस्था द्वारा नौजवान शायर एवं कवि का इस्तकबाल किया गया। संस्था के अनीस सुलतान अहमद, शफीक खान, समीर-उल-हक, वकार खान, शाहिद बॉ, फैज जाफरी का सम्मान भी किया गया। इस मौके पर काशिफ अंसारी, अकील अहमद, उस्मान हुसैन, सुलतान बशर और वासिफ अहमद ने फूलमाला की रस्म अदा की। बतौर अतिथि शकील पटवारी, रफीक कुरैशी, जब्बार शेख, हयात शेख, अनाम शेख, फहीम सिकंदर, हाजी राशिद बेग, सय्यद बिलाल हसन, शकेब अख्तर कुरैशी, शाहिद सिद्दीकी, काजी शम्सू, अनीस बॉ, सिद्दीक कुरैशी, अख्तर मास्टर आदि ने आखिर तक मौजूद रह कर प्रोग्राम को कामयाब किया। आभार संस्था के असीमी ने माना।

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