नौ वर्षीय अर्पिता डेढ़ साल से नियमित स्कूल नहीं जा पा रही, पिता धरने पर बैठे, आरोप- डॉक्टर ने बेटी का पैर खराब कर दिया
नईखेड़ी गांव के कृषक गोविंदसिंह कुशवाह परिवार समेत टावर पर धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि उनकी 9 वर्षीय पुत्री अर्पिता डेढ़ साल से नियमित स्कूल नहीं जा पा रही है, क्योंकि निजी अस्पताल के डॉ. आलोक सोनी ने बेटी के पैर का गलत इलाज किया जिससे पैर खराब हो गया।
कुशवाह ने बताया कि जनवरी 2023 में बच्ची खेलते हुए गिर गई थी, जिसे चोट लगने पर निकास मार्ग स्थित चैरिटेबल अस्पताल में इलाज को लेकर गए थे। यहां डॉक्टर ने फ्रैक्चर नहीं होने पर भी पक्का पट्टा चढ़ा दिया, जिससे बच्ची के पैर में पस पड़ गया।
कुशवाह ने कहा कि इस कारण बच्ची ठीक से चल नहीं पा रही है व डेढ़ साल से न्याय के लिए भटक रहा हूं। डॉक्टर से मिलने गया तो उन्होंने मेरे खिलाफ ही थाने में आवेदन दे दिया था। मौके पर पहुंचे एसडीएम एलएन गर्ग ने 7 दिन में जांच का आश्वासन दिया।
कुशवाह ने कहा अगर कार्रवाई नहीं होती है तो फिर से धरने पर बैठ जाऊंगा। न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह का भी कदम उठाऊंगा। इधर, एसडीएम गर्ग ने बताया कि जांच कर पूरी वस्तुस्थिति पता की जाएगी। वहीं जिन डॉ. सोनी पर आरोप लगे, उनसे संपर्क का कई बार प्रयास किया पर वे उपलब्ध नहीं हो सके।
हर माह इंदौर इलाज को ले जाते हैं, ताकि पैर में पस न हो पिता कुशवाह ने कहा कि अपनी बेटी को स्कूल भेज भी दें लेकिन वहां उसे बाथरूम जाना हो तो वह ठीक से चल नहीं सकती, उसे एक व्यक्ति मदद और देखरेख के लिए चाहिए। इसीलिए प्रयास कर रहे हैं कि वह पूरी तरह ठीक हो जाए।
वर्तमान में इंदौर में बेटी को हर महीने इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जा रहा हूं, ताकि पैर में आगे मवाद अर्थात पस न पड़ जाए। टावर चौराहा पर बेटी व परिवार के साथ न्याय के लिए धरना देते कुशवाह।