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बेटी को दिव्यांग बनाने वाले डॉक्टर के खिलाफ प्रदर्शन:पिता ने कहा- डेढ़ साल से भटक रहा हूं, पेट्रोल डालकर आत्मदाह करूंगा


उज्जैन के टॉवर चौराहे पर एक किसान अपनी दिव्यांग बेटी, परिवार और गांव वालों के साथ धरने पर बैठ गया। चैरिटेबल हॉस्पिटल के डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने के बाद बेटी को दिव्यांग बनाने का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज करने की मांग करने लगा। पिता ने धमकी दी कि आरोपी डॉक्टर पर अगर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, तो वो पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लेगा।

ग्राम नईखेडी निवासी सोहन पिता गोविंद कुशवाह ने अपनी दिव्यांग बेटी के साथ टाॅवर चौक पर धरने पर बैठ गया। पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि जनवरी 2023 में 9 साल की बेटी अर्पिता घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान वो गिर गई। गिरने पर उसे चैरिटेबल हॉस्पिटल में लेकर आए। यहां डॉ. आलोक सोनी ने इलाज करते हुए पैर में फेक्चर बताते हुए प्लास्टर चढ़ाने की बात की। इसके लिए हम राजी हो गए।

करीब 10 दिन बाद बेटी के पैर में से बदबू आने के साथ खून आने लगा। हम तुरंत चैरिटेबल हॉस्पिटल लेकर आए। यहां डॉ. अभिषेक जायसवाल ने गलत गोली लिख दी, जिससे बच्ची की तबीयत और बिगड़ गई। इसके बाद डॉ. आलोक से अगले दिन शिकायत की। वे बच्ची को देखने के बजाय उल्टा भड़क गए। अस्पताल से निकलवाने की धमकी देने लगे। इसके बाद बेटी को तेजनकर अस्पताल लेकर आए। यहां बताया कि बेटी का पैर हमेशा के लिए खराब हो गया है। वो चल नहीं पाएगी।

डेढ़ साल से न्याय के लिए भटक रहे

पिता का आरोप है कि चैरिटेबल हॉस्पिटल में डॉ. आलोक सोनी के गलत इलाज की शिकार हुई दिव्यांग बेटी को लेकर परिवार डेढ़ साल से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। बावजूद इसके इंसाफ नहीं मिला। अब पीड़ित बेटी का परिवार टॉवर चौक पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया। सोहन सिंह ने कहा कि हड़ताल तब तक चलेगी, जब तक डॉक्टर की लापरवाही से दिव्यांग हुई बेटी को इंसाफ नही मिल जाता। लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं हो जाती।

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