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गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउंड में भीषण आग, 15 कर्मचारियों की टीम बुझाने में लगी


नगर निगम के गोंदिया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में मंगलवार सुबह कचरे के ढेर में भीषण आग लग गई। इसके बाद दोपहर से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही हैं। आग लगने का कोई ठोस कारण अब तक पता नहीं चल पाया। अधिकारियों के अनुसार हर साल की तरह इस बार भी गर्मी के कारण कचरे ने आग पकड़ ली।

आग बुझाने के लिए मंगलवार दोपहर से शाम के बीच 15 कर्मचारियों की टीम ने 2 पानी के टैंकर, 4 फायर फाइटर और पीएचई के 15 हजार लीटर पानी के टैंकर का उपयोग किया, इसके बाद भी आग पर काबू नहीं पा सके। इन सबके चलते आसपास के ग्रामीणों को खतरनाक धुएं और बदबू से गुजरना पड़ रहा है।

पिछले साल भी आग इस महीने लगी थी, जिसे बुझाने में 8 दिन से ज्यादा का समय लग गया था। हर साल लग रही इस आग से निकलने वाले जानलेवा धुएं से ग्रामीणों को बचाने और कचरे का सही प्रबंधन करने में प्रशासन नाकाम है। नगर निगम ने 2016 में शहर से दूर ग्राम गोंदिया में कचरे से जैविक खाद बनाने का प्लांट लगाया था। ​फिलहाल इसका संचालन निगम ने निजी कंपनी के हाथों में दे रखा है।

प्लांट में शहरभर से इकट्ठे कचरे को छांटकर उसमें से गीले कचरे से खाद बनाते हैं और बाकी सूखे कचरे को रि-साइकिल के लिए सीमेंट प्लांट भेज दिया जाता है। गीले कचरे का उपयोग तो हो जाता है लेकिन हमेशा सूखा कचरा सही समय पर निर्यात नहीं होने के कारण ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का ढेर लगा रहता है और हर गर्मी में भीषण आग लगती है। इसके चलते हजारों लीटर पानी व्यर्थ जा रहा है।

नगर निगम का प्लांट, निजी कंपनी कर रही संचालित

टीम काम पर लगी, जल्द आग बुझाएंगे ^फायर ब्रिगेड टीम आग बुझाने में लगी हुई है। गर्मी के कारण कचरे में आग लगना समाने आया है। पिछले साल भी आग लगी थी, जिसके चलते हमने इस बार तैयारियां की थी। टीम काम पर लगी है, जल्द आग पर काबू पा लिया जाएगा। आशीष पाठक, निगम आयुक्त

5000 टन आरडीएफ भेज चुके, बचे हुए में लगी आग मामले में निजी कंपनी के प्लांट संचालक ऋषभ सुराना ने कहा कि गीला कचरे से जैविक खाद बन ही रही है। सूखा कचरा यानी आरडीएफ के कुछ हिस्से में आग लगी है। आरडीएफ को सिर्फ सीमेंट प्लांट में काम लिया जाता है और हम रोजाना सप्लाई कर रहे हैं। पिछले तीन महीने में हमने 5000 हजार टन आरडीएफ सीमेंट प्लांट को दिया है। कुछ कचरा बच गया था, उतने हिस्से में ही आग लगी है, जिसे जल्द बुझा लिया जाएगा।

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