फायर ब्रिगेड के पास मास्क व चश्मा नहीं कर्मचारी रुमाल बांधकर बुझा रहे आग
उज्जैन शहर में आग लगने की घटना लगातार होती रहती है। इसके चलते फायर ब्रिगेड कर्मचारी अपना दायित्व निभाते हुए आग बुझाने के लिए पहुंचते हैं लेकिन इन कर्मचारियों के पास दमकल गाड़ी के अलावा कोई भी जरूरी उपकरण नहीं है। कर्मचारियों के पास स्मोक मास्क, चश्मा जैसी कोई भी व्यवस्था नहीं है। कई बार अधिकारियों को फायरमैन द्वारा बताया गया और मांग की गई लेकिन अब तक किसी ने मामले में सुध नहीं ली है। इसके चलते जरूरत पड़ने पर कर्मचारी रूमाल बांधकर आग बुझाते दिखते हैं।
ये उपकरण जिससे आग के समय बचा जा सकता है स्मोक मास्क फायर फाइटिंग करते समय फायरमैन के लिए बहुत उपयोगी है। आग बुझाते समय, जिस मटेरियल में आग लगी है, उसमें से कई तरह की गैस निकलती है और धुआं निकलता है। इससे देखने और सांस लेने में दिक्कत आती है। जहरीली गैसों से बचने के लिए चश्मा और मास्क बहुत अहम हिस्सा है। इसके साथ ही हेलमेट, गम बूट्स भी कर्मचारियों के लिए जरूरी है, जिसका उपयोग भी नहीं किया जा रहा। हेलमेट से सिर में चोट से बचाव होता है और गम बूट पैरों को चोट से बचाने का कार्य करते हैं।
2016 में आए बीए सेट का भी नहीं हो रहा उपयोग 2016 सिंहस्थ में बीए (ब्रिदिंग अपरटेस) सेट उज्जैन फायर ब्रिगेड को पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से मिले थे लेकिन अभी इनका उपयोग नहीं किया जा रहा। इस बीए सेट को पहनाकर उस जगह एक फायरमैन जा सकता है, जहां ऑक्सीजन बिल्कुल नहीं होती है। फायर ब्रिगेड के अतिरिक्त प्रभारी एनके भास्कर ने बताया विभाग के पास सभी जरूरत का सामान मौजूद है और स्टॉक में रखा है। कर्मचारी उपयोग नहीं करते होंगे।