दल ने मांडव के ऐतिहासिक व पर्यावरणीय महत्व को जाना
उज्जैन | शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दशहरा मैदान की बॉटनी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग की छात्राओं ने प्राध्यापकों के साथ इको क्लब के तत्वावधान में मांडव एवं फड़के स्टूडियो धार का शैक्षणिक भ्रमण किया।
प्राचार्य डॉ. हेमंत गहलोत ने हरि ध्वजा दिखाकर दल को मांडव के लिए रवाना किया। इसमें विभाग के शिक्षक डॉ. पीएस बघेल, डॉ. केके कुंभकार, साक्षी सरदाना अरोरा, शीबा खान और श्वेता गीद उपस्थित रहे। इस दौरान मांडव के ऐतिहासिक, वैज्ञानिक व पर्यावरणीय अध्ययन महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। मांडव की प्राचीन वास्तुकला और जल संरचनाओं के अध्ययन के लिए प्रसिद्ध है। छात्राओं ने डायनासोर जीवाश्म पार्क, जहाज महल, रानी रूपमती का महल, बाज बहादुर का महल, इको पाइंट आदि का भ्रमण किया, जिससे उन्हें स्थापत्य कला, जल संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन की जानकारी मिली। इसके बाद छात्राओं ने फड़के स्टूडियो धार का दौरा किया, जहां उन्होंने मूर्तिकला व चित्रकला की तकनीकों को करीब से देखा। कलाकारों ने कला संरक्षण और आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी। दौरे के दौरान पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता और कला संरक्षण पर चर्चा हुई। छात्राओं ने इस अनुभव को रोमांचक और ज्ञानवर्धक बताया।