वाहन मेले ने रिकॉर्ड सफलता:40 दिन के मेले में 23 हजार से ज्यादा गाड़ियां बिकी
विक्रमोत्सव के तहत शहर में पहली बार आयोजित वाहन मेले ने रिकॉर्ड सफलता अर्जित की। मंगलवार को इस 40 दिवसीय मेले का समापन हुआ। तब ये आंकड़ा सामने आया कि 9 अप्रैल की दोपहर तक कुल 23267 वाहन बिके थे, जिससे क्रेता-विक्रेता के मध्य 1200 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ।
उपभोक्ताओं को 8 अप्रैल तक मेले में से कुल 21596 वाहनों की खरीदी पर 112 करोड़ 32 लाख 31 हजार 654 रुपए के टैक्स की छूट मिली। जबकि ग्वालियर मेले में वाहन टैक्स पर छूट का आंकड़ा 101.58 करोड़ रुपए रहा हैं। इससे 25 फीसदी अधिक छूट-राजस्व उज्जैन के मेले में प्राप्त हुआ है। आरटीओ संतोष मालवीय ने यह भी स्पष्ट किया कि अभी 2000 से अधिक वाहनों का करीब 15 करोड़ राजस्व आना शेष हैं, जिससे टैक्स छूट की राशि बढ़कर 125 करोड़ से अधिक हो जाएगी।
सक्रिय भूमिका निभाने वाले व्यापारियों व कर्मचारियों को भेंट किए प्रशंसा पत्र
समापन समारोह में मीना और निगमायुक्त आशीष पाठक ने मेले में सहभागिता करने वाले व्यापारियों और आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र भेंट किए। बैंकर्स, जिम, एसबीआई और सीबीआई के प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र दिए गए। इसी प्रकार लोकरंग में उषा बागोदिया, पीयूष दुबे, दुग्ध संघ, इलेक्ट्रॉनिक में लोटस के अनिल खरवाकर, क्रोमा के योगेश शर्मा और आरबी जोन के चिराग रोहरा, हस्तशिल्प में दशरथ हैंडलूम और बंगला हैंडलूम, 4 व्हीलर्स में साधा ब्रदर्स और भूपेंद्र खंडपूरे को प्रमाण पत्र भेंट किए गए। पाठक ने कहा कि व्यापार मेले की सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं। मेले ने उज्जैन में व्यापार के क्षेत्र में नई गति प्रदान की हैं।