गर्मी के समय में पेयजल व्यवस्था को व्यवस्थित बनाए रखने हेतु सतत जारी रहेगा अधिकारियों का निरीक्षण
उज्जैन: वर्तमान में पेयजल व्यवस्था अन्तर्गत 1 दिन छोड कर जलप्रदाय किया जा रहा है। ग्रर्मियों में पेयजल प्रदाय में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो इस हेतु आयुक्त श्री आशीष पाठक द्वारा अपर आयुक्त, उपायुक्त एवं सहायक आयुक्त सहित पीएचई अधिकारियों की शनिवार को टंकीवार ड्यूटी लगाई गई थी। जिनके द्वारा अपने अपने टंकियों का निरीक्षण किया जाकर उनके समय पर टंकी भरे जाने तथा निर्धारित रोटेशन अनुसार शहर के दोनो भाग में निर्बाध रूप से पेयजल प्रदाय हो सके यह सुनिश्चित किया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप सम्पूर्ण शहर में कही भी पेयजल प्रदाय में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
आयुक्त द्वारा की गई इस नई व्यवस्था से उज्जैन उत्तर एवं दक्षिण में रोटेशन अनुसार समय पर पूर्ण क्षमता के साथ जलप्रदाय हो रहा है। रविवार को आयुक्त द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि समस्त अधिकारी प्रातः 6 बजे से अपनी कर्तव्य स्थल पर उपस्थित रह कर जल प्रदाय व्यवस्था पर नियंत्रण रखेंगे।
सोमवार को भी आयुक्त श्री आशीष पाठक द्वारा चकोर पार्क, ऋषि नगर, मुनि नगर, सार्थक नगर इत्यादि क्षैत्र में पीएचइ अधिकारियों के पेयजल टंकियों का निरीक्षण किया गया तथा सप्लाई के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई। निरीक्षण के दौरान सम्बंधित टंकी प्रभारियों द्वारा अवगत कराया गया कि रविवार को ही समस्त टंकियों को पूर्ण रूप से भर लिया गया था। जिसके परिणाम स्वरूप सम्पूर्ण दक्षिण क्षैत्र में पूर्ण क्षमता के साथ जलप्रदाय किया जा रहा है। किसी भी क्षैत्र से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई।
आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन भी अधिकारियों की ड्युटी लगाई गई है वे जलप्रदाय के एक दिन पहले यह भी सुनिश्चित करें कि समस्त टंकियां समय पर पूर्ण क्षमता के साथ भरी जाए साथ ही यह सुनिश्चित करंे कि पानी की टंकियों की सफ़ाई का रजिस्टर अपडेट रहे, साथ ही टंकियों पर स्पष्ट रूप से लिखने की व्यवस्था हो कि टंकी की सफ़ाई कब की गई थी और अगली बार कब सफ़ाई होना है।
टंकियों को ड्यूटी पर लगाए गए अपर आयुक्त श्री आर.एस. मण्डलोई, उपायुक्त श्री मनोज मोर्य, श्रीमती कृतिका भीमावत, श्री पी.के. सुमन, श्रीमती आरती खेड़ेकर, पीएचई कार्यपालन यंत्री श्री एन.के. भास्कर द्वारा पीएचई विभाग के कर्मचारियों के साथ अपने अपने टंकी क्षैत्र का भ्रमण कर नागरिकों को जलप्रदाय की जानकारी प्राप्त की गई।