विक्रमोत्सव 2024: पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) का शुभारंभ आज
विक्रमोत्सव 2024: पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) का शुभारंभ आज
उज्जैन: विक्रमोत्सव 2024 के अंतर्गत आयोजित पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) का शुभारंभ आज सोमवार त्रिवेणी संग्रहालय में किया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन सूरीनाम के राजदूत एचई अरुणकुमार हरदीन, कमर्शियल अटैची सैंडियाकोएमारी मंगरे और चाड के राजदूत एचई डिल्ला लुसिएन व फर्स्ट सेक्रेट्री जिमटोला कोडजिनन करेंगे।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि पौराणिक फिल्मों पर केंद्रित महोत्सव में फ्रांस सहित सूरीनाम, लिसोथो, क्यूबा, वेनेजुएला, चाड एवं साइप्रस के राजदूत एवं प्रतिनिधि अपनी संस्कृति को हमारे साथ साझा करेंगे।
महोत्सव में भारतीय फिल्मों सहित दक्षिण अमरीका, अफ्रीकी एवं यूरोपीय देशों की पौराणिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, वैदिक ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति पर आधारित फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी।
प्रतिदिन फिल्मों का प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।
महोत्सव के पहले दिन 9 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें भारतीय भाषाओं में राम राज्य(1943), बलराम श्रीकृष्ण (1978), कवि कालिदास (1959), हरिशचन्द्र तारामती (1963), सम्राट चन्द्रगुप्त (1958), आनंद मठ (1952) व भट्टी विक्रमार्क (तेलगू) आदि शामिल है। जबकि विदेशी भाषाओं में सूरीनाम की विरेन एवं इजराइल की ऑरचेस्ट्रा विथ द ब्रोकन इंट्रुमेंट है। विदेशी फिल्में इंग्लिश सबटाइटल वर्जन के साथ दिखाई जाएंगी।
यह महोत्सव फिल्मों के माध्यम से विभिन्न देशों की संस्कृति और परंपराओं को समझने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगा।
आईएफएफएएस 5 अप्रैल तक चलेगा।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं:
- आईएफएफएएस का शुभारंभ आज 1 अप्रैल को सुबह 11 बजे त्रिवेणी संग्रहालय में होगा।
- उद्घाटन सूरीनाम, चाड और फ्रांस के राजदूतों द्वारा किया जाएगा।
- महोत्सव में भारतीय और विदेशी फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी।
- फिल्में विभिन्न देशों की संस्कृति, इतिहास, पुरातत्व, वैदिक ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति पर आधारित होंगी।
- महोत्सव 5 अप्रैल तक चलेगा।
आईएफएफएएस में भाग लेने के लिए आप त्रिवेणी संग्रहालय में जा सकते हैं।