आयकर और जीएसटी के जटिल प्रावधानों पर होगा मंथन
एआईएफटीपी, एमपीटीएलबीए एवं टैक्स प्रैक्टिशनर्स उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में आयकर एवं जीएसटी में वर्णित जटिलतम प्रावधानों पर व्याख्यान के लिए उज्जैन में शुक्रवार 15 मार्च से दो दिवसीय महाकुंभ ज्ञानलोक रूपी नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस शुरू होगी।
कॉन्फ्रेंस चेयरमैन पीके दास ने बताया ऐसे शैक्षणिक आयोजन का उद्देश्य दिन-प्रतिदिन आयकर व जीएसटी कर कानूनों में होते रहने वाले बदलाव, संशोधनों आैर इनमें समाहित विवादित व जटिलतम प्रावधानों व नियमों से विधि व्यवसायरत कर सलाहकारों, अधिवक्ता व चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को अपने कार्य व व्यवसाय में अपडेट रखना, ऐसे नियमों-प्रावधान की ताजा जानकारी से अवगत कराना है। टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन उज्जैन के अध्यक्ष सौरभ माहेश्वरी ने बताया 15 मार्च को इस नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ सुबह 9.30 बजे रूद्राक्ष होटल एंड रिसोर्ट पर आयुक्त वाणिज्यिक कर मप्र स्वतंत्रकुमार सिंह (आईएएस) के मुख्य आतिथ्य एवं अध्यक्षता में होगा। सबसे पहले आयकर अधिनियम की धारा 115 बीबीई में वर्णित जटिल प्रावधान आैर पैनल्टी आदि विषय पर नईदिल्ली से आए विषय वक्ता राकेश गुप्ता द्वारा उद्बोधन दिया जाएगा।
जीएसटी में हुए संशोधन बताएंगे
कॉन्फ्रेंस के मीडिया प्रभारी एके गौर (इंदौर) एवं राजेंद्र शाह (कर सलाहकार) ने बताया द्वितीय तकनीकी सत्र में विमल जैन (नईदिल्ली) द्वारा जीएसटी में रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले इनपुट टैक्स क्रेडिट से संबंधित धारा 16(2) एवं 16(4) के प्रमुख प्रावधानों का वर्तमान स्थिति आैर प्रारंभ से लेकर आज तक हुए संशोधनों व इस संबंध में प्रेषित विभिन्न न्यायिक निर्णयों के अनुसरण में आईटीसी क्लेम के संदर्भ में विस्तृत तार्किक व्याख्यान प्रस्तुत किया जाएगा। इसी कड़ी में जीएसटी कानून के अधीन आरसीएम एवं रियल एस्टेट से संबंधित जटिल प्रावधानों का सुगम व सरल व्याख्यात्मक, सरल व सुगम विश्लेषण नईदिल्ली से आई वक्ता सीए आंचल कपूर द्वारा किया जाएगा। इसी दिन सीए जमुना शुक्ला (वाराणसी) द्वारा आयकर कानून के तहत कैपिटल गेन्स-नवीन संशोधन एवं अन्य जटिल समस्याओं पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ अवसर पर तीनों संस्थाओं के पदाधिकारीगण उपस्थित रहेंगे।