निर्वाचन के दौरान निष्पक्ष दिखना और निष्पक्ष काम करना अतिआवश्यक
उज्जैन। लोकसभा निर्वाचन-2024 की आदर्श आचार संहिता कभी-भी लग सकती है। आदर्श आचार संहिता लगने के पूर्व गुरूवार 14 मार्च को प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल पर स्थित सभाकक्ष में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में डॉ.संदीप नाडकर्णी एवं डॉ.विजय सुखवानी ने राजस्व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमएस कवचे ने प्रशिक्षण के प्रारम्भ में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्वाचन के दौरान स्वयं निष्पक्ष दिखें और निष्पक्ष काम करें। चुनाव के दौरान छोटी से छोटी बात को महत्व देकर निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया का आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाना चाहिये। अधिकारी-कर्मचारी आदर्श आचार संहिता का स्वयं पालन करें और दूसरों को भी पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। प्रशिक्षण में जिले के समस्त राजस्व अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि उपस्थित थे।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ.संदीप नाडकर्णी एवं डॉ.विजय सुखवानी ने क्रमवार आदर्श आचार संहिता लगने के पूर्व की जाने वाली कार्यवाहियों की जानकारी देते हुए अवगत कराया कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद की जाने वाली कार्यवाही के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के चौबीस घंटे के भीतर शासकीय सम्पत्तियों के विरूपण को हटाना, 48 घंटे के भीतर आम उपयोग के स्थानों का विरूपण हटाना, 72 घंटों के भीतर निजी सम्पत्तियों का विरूपण हटाना एवं निर्माण कार्यों की सूची प्राप्त करने की कार्यवाही की जाना है। आचार संहिता लगने के तत्काल बाद शासकीय वाहनों का दुरूपयोग रोकना, निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण गतिविधियां, शिकायत प्रकोष्ठ, कंट्रोल रूम, शासकीय व्यय पर जारी किये विज्ञापनों का प्रकाशन/प्रसारण रोकना, शासकीय वेब साइट/भवनों से राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों की फोटो तत्काल हटाने की कार्यवाही की जाये।