महामंडलेश्वर मां मंदाकिनी पुरीजी महाराज निरंजनी अखाड़ा ने सोमवार को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को जल अर्पित किया।
महामंडलेश्वर मां मंदाकिनी पुरीजी महाराज निरंजनी अखाड़ा ने सोमवार को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को जल अर्पित किया। बोलीं- उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक महाकाल प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी रहेंगे, तब तक वह महाकाल को जल अर्पित नहीं करेंगी। महाकाल के दर्शन करने भी नहीं जाएंगी।
महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरीजी आए दिन संतों और श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार से नाराज थीं। एक दिन बिना बताए जब वे भस्म आरती अनुमति करवा कर दर्शन करने पहुंची तो उनके व आम दर्शनार्थियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उसके विरोध में माताजी ने आवाज उठाई। आवाज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तक भी पहुंची लेकिन आचार संहिता लगने और चुनाव प्रक्रिया चालू होने के कारण विलंब हुआ। तात्कालिक कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने भी मंदिर में माताजी से माफी मांगी।
दर्शनार्थियों के साथ दुर्व्यवहार और साधु संतों का भी सम्मान बना रहे इसे लेकर माताजी ने संकल्प लिया कि संदीप सोनी जब तक महाकाल मंदिर के प्रशासक पद से नहीं चले जाते तब तक महाकाल मंदिर नहीं जाऊंगी न ही बाबा को जल चढ़ाउंगी। सोनी के जाने के बाद ही उनका संकल्प पूर्ण होते ही उन्होंने मंदिर में जाकर महाकाल को जल अर्पित किया। माताजी ने कहा कि सोनी के प्रशासक के पद पर आने के बाद मंदिर में आए दिन विवाद होते रहे हैं। दर्शनार्थियों के साथ और संतों के साथ अभद्रता होती रही और उसका परिणाम आखिरकार में उनका शिवरात्रि के दिन ही भुगतना पड़ा।