महाकाल मंदिर में फर्जी पास बेचने का मामला सामने आया
उज्जैन: महाशिवरात्रि पर्व के दौरान महाकाल मंदिर में फर्जी पास बेचने का मामला सामने आया है। गुजरात और यूपी से आए पांच श्रद्धालुओं को 5000 रुपए में फर्जी पास बेचे गए, जब वे मंदिर में प्रवेश करने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घटनाक्रम:
- 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व के दौरान 5 भक्त निजातपुरा स्थित राय गेस्ट हाउस में रुके थे।
- उन्होंने शीघ्र दर्शन के लिए 5000 रुपए में पास खरीदे।
- जब वे मंदिर में प्रवेश करने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया।
- पास की जांच करने पर पता चला कि वे फर्जी थे।
- मंदिर प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया।
जांच:
- पुलिस ने गेस्ट हाउस के संचालक, ऑटो चालक और दो अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया।
- गेस्ट हाउस के संचालक ने बताया कि ऑटो चालक भक्तों को पास लाकर दिया था।
- ऑटो चालक ने बताया कि दो लड़कों ने उसे पास दिए थे।
- पुलिस उन दो लड़कों की तलाश कर रही है।
कार्रवाई:
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- एक श्रद्धालु ने शिकायत दर्ज कराई है।
- आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय है। पुलिस को इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए। मंदिर प्रशासन को भी भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
इस घटना से कुछ सबक भी मिलते हैं:
- श्रद्धालुओं को मंदिर के आधिकारिक वेबसाइट या काउंटर से ही पास खरीदना चाहिए।
- किसी भी अनजान व्यक्ति से पास नहीं खरीदना चाहिए।
- यदि आपको कोई संदेह हो तो तुरंत मंदिर प्रशासन या पुलिस को सूचित करें।
यह भी ध्यान रखें:
- महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पास उपलब्ध हैं।
- ऑनलाइन पास मंदिर की वेबसाइट से खरीदे जा सकते हैं।
- ऑफलाइन पास मंदिर के काउंटर से खरीदे जा सकते हैं।
- शीघ्र दर्शन के लिए अलग से पास उपलब्ध हैं।
- दर्शन के लिए शुल्क निर्धारित है।