इस साल उज्जैन में नहीं खुलेगा मेडिकल कालेज
उज्जैन। मध्य प्रदेश में इस वर्ष खुलने जा रहे पांच सरकारी मेडिकल कालेजों में उज्जैन का नाम नहीं है। यानी स्पष्ट है कि इस वर्ष भी उज्जैन में सरकारी मेडिकल कालेज नहीं खुलेगा। इस हकीकत ने राजनीतिक मंचों से उठी प्रदेश के मुखिया की उस आवाज को दबा दिया है जिसमें कहा गया था कि ‘कालेज का भवन जब बनेगा, तब बनेगा। हम इसके पहले किराये के भवन में मेडिकल कालेज खोल अध्यापन शुरू कराएंगे।’
मालूम हो कि छह दशक के लंबे प्रयासों के बाद उज्जैन में सरकारी मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा 19 मई 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने की थी। इसके बाद 28 जून 2022 को तत्कालीन मंत्री मंडल ने कालेज भवन बनाने के लिए 265 करोड़ रुपये की सैद्धांतिक स्वीकृति दी थी।
28 अगस्त 2023 को कलेक्टर ने संभागीय समिति की अनुशंसा पर मेडिकल कालेज निर्माण के लिए इंजीनियरिंग कालेज की मालनवासा स्थित 9 हेक्टेयर जमीन नजूल निवर्तन नियम 2020 के तहत चिकित्सा शिक्षा विभाग को आवंटित की थी, जहां कालेज भवन निर्माण के लिए 5 अक्टूबर 2023 को स्थानीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने शिवराज सिंह चौहान से वर्चुअल भूमि पूजन भी करवा लिया था।
समय बढ़ा, सरकार बदली और नतीजा ये निकला कि ना निर्धारित जमीन पर मेडिकल कालेज भवन बनना शुरू हुआ न कोई अन्य जमीन चिहि्नत की। हां, दो महीने पहले प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने उज्जैन में मेडिसिटी की स्थापना करने की घोषणा जरूर कर दी। उनके आदेश के पालन में स्थानीय अधिकारियों ने सरकारी मेडिकल कालेज के लिए नए सिरे से जमीन तलाशना शुरू की।