उज्जैन के युवा कंपोजर मिलन पंड्या को गृह मंत्रालय ने किया सम्मानित
उज्जैन, 11 मार्च 2024: भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा देश के संगीत रचनाकारों से राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से "एक भारत, एक आपातकालीन नंबर-112" पर एक जिंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से 189 रचनाकारों ने प्रविष्टियां भेजी थी।
गृह मंत्रालय द्वारा इस प्रतियोगिता में उज्जैन के युवा कंपोजर मिलन पंड्या को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। गृह मंत्रालय की ओर से इस उपलब्धि पर मिलन को बधाई प्रेषित करते हुए तीन हजार रुपए की सम्मान राशि भी दी गई है।
कक्षा 12वीं की परीक्षा दे रहे मिलन अपनी संगीत कंपोजीशन से सामाजिक सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। कुछ माह पूर्व ही मिलन द्वारा जनहित में जिंगल की प्रति उज्जैन पुलिस अधीक्षक को भी भेंट की गई थी। उनके पिता डॉ. गिरीश पंड्या एवं माता अर्चना पंड्या हैं।
मिलन पंड्या की इस उपलब्धि पर उज्जैन के लोगों ने उन्हें बधाई दी है। मिलन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और गुरुजनों को दिया है।
यह उज्जैन के लिए गौरव की बात है कि मिलन पंड्या जैसे युवा प्रतिभाशाली संगीतकार यहां रहते हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि मिलन पंड्या ने अपनी जिंगल में "112" आपातकालीन नंबर को याद रखने के लिए एक सरल और आकर्षक धुन का उपयोग किया है। यह धुन निश्चित रूप से लोगों को "112" नंबर को याद रखने में मदद करेगा।
मिलन पंड्या की इस उपलब्धि से अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।