देश के सर्वोच्च सदन में केवल मैं नहीं गया, देश के समूचे सनातन संतों की भावना राज्य सभा पहुंची है।
देश के सर्वोच्च सदन में केवल मैं नहीं गया, देश के समूचे सनातन संतों की भावना राज्य सभा पहुंची है। मैं हर वो बात रखने का प्रयास करूंगा जो सनातन, संत एवं धर्म के हित में हो। आगामी दिनों में सिंहस्थ महा पर्व आने वाला है जो भी बिंदु मेरे संज्ञान में आए हैं, उन्हें सरकार से पूर्ण कराएंगे।
अपने सारस्वत अभिनंदन समारोह में राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथजी महाराज ने रविवार को यह बात कही। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद कार्यालय परिसर नीलगंगा में सैकड़ों संतों की उपस्थिति में यह सम्मान कार्यक्रम हुआ। संतों ने अभा अखाड़ा परिषद, संत समाज, भक्त परिवार की ओर से उनका 101 किलो की पुष्पमाला, शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र, देकर सारस्वत अभिनंदन किया। अध्यक्षता रामानुजकोट के आचार्य रंगनाथाचार्य महाराज ने की। अखाड़ा परिषद सहित 192 सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संस्थाओं ने उमेशनाथ महाराज का अभिनंदन किया। इस दौरान रामादल अखाड़ा परिषद के डॉ. रामेश्वरदास महाराज, श्रीमहंत भगवानदास जी महाराज, महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज, श्यामगिरी महाराज राधे राधे बाबा, श्रीमहंत रामेश्वर गिरी महाराज, डॉ. अवधेशपूरी महाराज, महामंडलेश्वर मंदाकिनी माताजी, महंत लवचंद्र दास सोनकच्छ, महंत दिग्विजय दास महाराज, रामचंद्र दास आदि संत मंचासीन थे। अभिनंदन पत्र का वाचन स्वामी नारायण आश्रम त्रिवेणी के प्रमुख आनंद जीवनदास महाराज ने किया। संचालन अखाड़ा परिषद समन्वयक डॉ. राहुल कटारिया ने किया एवं आभार अखाड़ा परिषद प्रवक्ता गोविंद सोलंकी ने माना।
दीपज्योति वेलफेयर सोसाइटी, संत सत्कार समिति, श्री हरि आध्यात्मिक सनातन सेवा संस्था एवं ओम नमः शिवाय जाप समिति की ओर से भी सतंश्री का अभिनंदन किया।