उज्जैन:भूमिगत सीवरेज प्रोजेक्ट में पाइप लाइन बिछाने वाली टाटा कंपनी की एक और बड़ी खामी सामने आई है
उज्जैन:भूमिगत सीवरेज प्रोजेक्ट में पाइप लाइन बिछाने वाली टाटा कंपनी की एक और बड़ी खामी सामने आई है। कंपनी ने पहले तो काम को धीमी गति से शुरू किया। ६ साल से अधिक का समय बीत चुका है,पर काम अधूरा है। शहर में अनेक स्थानों पर घरों की सीवरेज कनेक्शन के लिए जगह नहीं छोड़ी और मेनहोल तक कनेक्शन भी नहीं किए गए है।
सीवरेज की मेन लाइन डालने के लिए खुदाई के बाद सड़कों को दूरस्त नहीं करने की शिकायतें बढ़ी और दबाव आया तो कंपनी ने सड़कों पर सीमेंट कांक्रीट डामर का पेंचवर्क कर दिया, लेकिन घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए कनेक्शन और चैंबर को नजरअंदाज कर दिया गया।
अब घरों की सीवरेज लाइन, चैंबर के लिए फिर से खुदाई करना होगी। यानी प्रोजेक्ट पूरा होने के पहले घरों के सामने की सड़क एक बार फिर से खोदी जाएगी। ऐसे में प्रोजेक्ट का उद्देश्य तब तक पूरा नहीं होगा,जब तक घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए कनेक्शन और चैंबर काम नहीं किया जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत घरों के पाइप को सीवरेज लाइन से जोडऩे के लिए सड़क की खुदाई होगी।