पुराने क्षेत्र का पहली बार बनेगा जोनल प्लान पार्किंग से लेकर चौड़ीकरण, सब तय हाेगा
भविष्य का शहर कैसा हो, किसी को वाहन पार्क करने में दिक्कत न आए और न ही सड़क पर अव्यवस्थित पार्किंग हो। इन समस्या के समाधान के लिए मास्टर प्लान तो तैयार है लेकिन यह पुराने शहर को छोड़कर बना है। पुराने शहर में शहर की 60 फीसदी आबादी रहती है। यहां महाकाल लोक बनने से श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ा है। इसे ध्यान में रखते हुए पहली बार शहर का जोनल प्लान तैयार हो रहा है। मुख्यमंत्री बनने से पहले ही डॉ. मोहन यादव पुराने शहर के प्लान पर काम कर रहे थे लेकिन अब मुख्यमंत्री बने तो निगम अफसरों ने इसे तेज कर दिया है। पुराने शहर का वह हिस्सा जो मास्टर प्लान से छूटा हुआ था, उसे दो जोन में बांटा गया है- जोनल-1 और जोनल-2। इसमें कहां पार्किंग का प्रबंध करना है, कहां रोड चौड़ा होना है और कहां अस्पताल और अन्य जरूरत का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा है।
इसका प्लान तैयार किया जा रहा है। फिलहाल अधिकारी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं, क्योंकि यह प्लान प्रारंभिक चरण में है लेकिन यह स्पष्ट है कि करीब एक साल में यह बनकर तैयार होगा और फिर उसी हिसाब से पुराने शहर को रेनोवेट किया जाएगा। प्लान से जुड़े श्यामसुंदर शर्मा बताते हैं कि इस संबंध में मुख्यमंत्री के साथ बैठक हो गई है।
सबसे बड़ी समस्या है कि पुराने शहर को कभी मास्टर प्लान में शामिल नहीं किया गया। पहली बार हो रहा है कि मास्टर प्लान की तर्ज पर जोनल प्लान तैयार हो रहा है। इस प्लान में पुराने शहर को रखा है। यहां के रहवासियों के साथ ही यहां लगने वाले मार्केट में पहुंचने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके समाधान के क्या रास्ते हो सकते हैं। उन्हें इस जोनल प्लान में शामिल किया जाएगा।
शहर का मास्टर प्लान, जिसमें पुराना शहर छूटा हुआ है। उसका जोनल प्लान तैयार हो रहा है। दूसरे फोटो में इस क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटा गया है। जोनल-1 और 2 प्लान 2035 के हिसाब से तैयार हो रहा है।