महाकाल लोक बनने के बाद शहर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी तो अब नगर निगम ने भी अतिथि देवो भव: का परिचय देते हुए विशाल द्वार बनाने का निर्णय लिया है।
महाकाल लोक बनने के बाद शहर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी तो अब नगर निगम ने भी अतिथि देवो भव: का परिचय देते हुए विशाल द्वार बनाने का निर्णय लिया है। खास यह है कि हर द्वार किसी न किसी समाज का प्रतिनिधित्व करेगा। साथ ही शहर के हर प्रमुख मार्ग पर महामृत्युंजय द्वार की तर्ज पर अलग-अलग द्वार बनाए जाएंगे।
हाल ही में पेश हुए बजट में इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। इनके लिए बजट भी तय कर दिया है। जल्द ही इनकी ड्राइंग-डिजाइन बनाने का काम शुरू किया जाएगा। नए द्वार बनाने में इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि यह किसी न किसी समाज का प्रतिनिधित्व करें।
जैसे इंदौर दोड पर ब्राह्मण समाज के आराध्य परशुराम का द्वार बनाया जाएगा। इसमें भगवान परशुराम की कथाओं का वर्णन होगा। इसी तरह तीन बत्ती पर बैरवा समाज के आराध्य बालीनाथ द्वार बनाया जाएगा। इनका मद भी 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख िकया है। बजट में कई मदों में बदलाव किया है। इसमें प्रमुख द्वार बनाने को लेकर भी है। साथ ही चौराहों और तिराहों के विकास पर भी फोकस किया गया है।
शहर के 13 प्रमुख चौराहाें के जीर्णोद्धार के लिए भी 100 लाख का प्रावधान किया है। इसमें चौराहाें को दुर्घटना मुक्त बनाया जाएगा। पहले भी स्मार्ट सिटी ने इस पर योजना बनाई थी लेकिन उस पर अमल नहीं हो पाया था लेकिन अब शहर में बाहर का ट्रैफिक अधिक होने से फिर से चौराहों के विकास की रूपरेखा तैयार की गई है, जिसमें चौराहों को स्मार्ट बनाने के साथ ही एक्सीडेंट फ्री बनाया जाएगा।
इन मार्गों पर बनेंगे द्वार
बालीनाथ द्वार निर्माण : वार्ड 37 में इस द्वार का निर्माण किया जाएगा। संत बालीनाथ बैरवा समाज के आराध्य हैं। महाकाल द्वार : मंदिर पहुंच मार्ग पर महाकाल द्वार बनाया जाएगा। इसकी डिजाइन बन चुकी है। चौड़ीकरण का इश्यू साल्व होते ही निर्माण शुरू होगा। परशुराम द्वार : इंदौर रोड पर भगवान परशुराम द्वार बनाया जाएगा। भगवान परशुराम ब्राह्मण समाज के आराध्य देव हैं। सवारी द्वार- रामघाट पर बनाया जाएगा। पूरे सवारी मार्ग का चौड़ा कर व्यवस्थित करने का प्लान है, लेकिन बजट में रामघाट द्वार बनाने का निर्णय लिया है। कीर्ति स्तंभ- संत रविदास घाट पर कीर्ति स्तंभ निर्माण किया जाएगा। यह स्तंभ रविदास समाज का प्रतिनिधित्व करेगा।
चौराहों का भी नया प्लान
शहर के चौराहों और तिराहों को बड़े शहरों की तर्ज पर स्मार्ट बनाने का काम भी इस साल किया जाएगा। इस पर करीब 100 लाख खर्च होंगे। इसका प्लान तैयार है। तीन बत्ती चौराहा, पाइप फैक्टरी चौराहा, इंदिरा गांधी चौराहा, कोयला फाटक चौराहा, इंदिरानगर चौराहा सहित अन्य को स्मार्ट बनाने का प्लान तैयार किया गया है।
द्वार पर कथाओं का वर्णन
बजट में 5 नए द्वार बनाने के प्लान को जोड़ा है। सभी द्वार पर संबंधित आराध्य देव की कथाओं का वर्णन होगा। चौराहों को एक्सीडेंट फ्री बनाने के लिए भी मद को बढ़ाया है। चौराहों को ट्रैफिक के नजरिये से ज्यादा सुविधाजनक भी बनाया जाएगा।
मुकेश टटवाल, महापौर