राहुल अपनी यात्रा के दौरान होने वाली सभाओं में कांग्रेस के लिए कहीं वोट मांगते नजर नहीं आए
पूरे 6 दिन तक राहुल की यात्रा के साथ रहा। सभाओं में आम लोगों के साथ उनके संवाद पर बारीकी से ध्यान दिया। देखा कि वे लोगों से क्या पूछ रहे हैं और क्या जवाब दे रहे हैं?
खास बात ये रही कि राहुल अपनी यात्रा के दौरान होने वाली सभाओं में कांग्रेस के लिए कहीं वोट मांगते नजर नहीं आए। वे जिससे भी मिलते उससे उसकी जाति जानने के लिए सरनेम जरूर पूछते थे। फिर सवाल पूछते थे कि उनकी जाति के किसी व्यक्ति का नाम देश के बड़े लोगों की लिस्ट में क्यों नहीं है?
न्याय यात्रा के दौरान राहुल ने अलग-अलग वर्ग के कई लोगों से मुलाकात की। राहुल से मिलने हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित पहुंचे तो भोपाल की भदभदा बस्ती के लोग भी उनसे मिले।
भदभदा बस्ती की मुस्कान ने राहुल को बताया कि परीक्षा से ऐन पहले उनका घर सरकार ने गिरा दिया, तो राहुल ने जवाब दिया कि तुम्हारी बस्ती के सामने होटल का व्यू अच्छा करने के लिए तुम्हारे घर हटाए गए। अब तुम्हारी बारी है। उस होटल के गेट के सामने धरने पर बैठ जाओ, ताकि उस होटल की इमेज उनके गेस्ट के सामने खराब हो जाए।
मुस्कान से राहुल का ये संवाद इकलौता नहीं है, दरअसल राहुल ने जिन लोगों या समूहों से बात की, सबसे यही कहा कि ये वक्त डरने का नहीं, लड़ने का है। समझते हैं राहुल का आम लोगों के साथ मुलाकात में क्या रवैया रहा