अमित त्रिवेदी के गानों पर मंत्रमुग्ध हुआ उज्जैन
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव-2024 के अंतर्गत शुक्रवार की रात पार्श्व गायक और संगीतकार अमित त्रिवेदी ने अपनी टीम के साथ गाने, भजन और डांडिया की प्रस्तुति दी। इस दौरान वहां मौजूद दर्शक भी झूम उठे।
कार्यक्रम की शुरुआत बटुकों द्वारा नमामि महादेव शंखनाद से की गई। इसके बाद अमित त्रिवेदी और उनके साथी कलाकारों के दल ने शिव पर आधारित भजन से अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की। तेरे नाम की ज्योत ने सारा हर लिया तमस मेरा, नमो नमो जी शंकरा.... जय देव जय देव..., शिव पर तैयार किया विशेष भजन- गीत बम बम बम..., विशेष कंपोजीशन में तैयार ओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे..., जय बोलो राम सियाराम हनुमान की..., रे माई अंबे मां... सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके बाद उन्होंने कश्मीर, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित देश की अन्य भाषाओं में गीतों की प्रस्तुति दी, जिन पर युवा श्रोता थिरक उठे। अमित और उनके साथी ने अपने परिधानों को भी राज्यों में ढालने की कोशिश की। इस दौरान त्रिवेदी और उनका दल भी झूमा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।