महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान महाकाल दूल्हा रूप में दर्शन दे रहे हैं।
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान महाकाल दूल्हा रूप में दर्शन दे रहे हैं। शनिवार सुबह 4 बजे भगवान महाकाल का सवा मन फूलों और सप्त धान का सेहरा सजाया गया है। उन्हें दूल्हे के रूप में श्रृंगारित किया गया है। इससे पहले भगवान महाकाल को सप्त धान का मुखौटा, स्वर्ण त्रिकुंड, कुंडल, चांदी का छत्र और नए वस्त्र धारण कराए गए। सुबह 6 बजे सेहरा आरती हुई। इस दौरान करीब सवा लाख बिल्व पत्र भी अर्पित किए।
बाबा महाकाल की भस्म आरती साल में एक बार दोपहर 12 बजे होती है। आज पहली बार ऐसा होगा, जब आम भक्तों को भी दोपहर की भस्म आरती के चलायमान दर्शन मिल सकेंगे। महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि सभी को कार्तिकेय मंडपम से प्रवेश और दर्शन मिलेंगे।
इससे पहले महाशिवरात्रि पर गुरुवार की रात ढाई बजे भगवान महाकाल मंदिर के पट खुले। शनिवार रात 10.30 बजे तक लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन हो सकेंगे। शुक्रवार रात 10 बजे तक 7.35 लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन कर लिए थे।
दोपहर में 12 बजे होगी भस्म आरती
दोपहर में भगवान महाकाल का सेहरा उतार कर साल में एक बार होने वाली भस्म आरती की जाएगी। दोपहर 12 बजे से भस्म आरती होगी। मंदिर प्रशासन इस बार दोपहर की भस्म आरती के दौरान सामान्य श्रद्धालुओं को भी दर्शन करने का अवसर दे रहा है।
भस्म आरती के समय चलायमान व्यवस्था के तहत श्रद्धालु निरंतर चलते हुए कार्तिकेय मंडपम से दर्शन कर निर्गम द्वार की ओर जाएंगे। मंदिर प्रशासन का दावा है कि श्रद्धालुओं को महज 40-45 मिनट में दर्शन कराए जा रहे हैं।