राजा भोज की नगरी से आई बेटी विक्रमादित्य के आंगन में देगी शिव केन्दित कथक नृत्य की प्रस्तुति
उज्जैन- उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व और विक्रमोत्सव के अवसर पर अनादि पर्व के तहत 40 दिनों तक अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति विक्रम शोधपीठ संस्थान द्वारा कालिदास अकादेमी उज्जैन के मुक्ताकाशी मंच पर कराई जा रही है। 8 मार्च को भगवान शिव पर केन्द्रित कथक नृत्य की प्रस्तुति राजा भोज की नगरी भोपाल से आई बेटी उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य की नगरी के आंगन में देगी।
भारत सरकार द्वारा संचालित एनएसडी बड़ौदा से गोल्ड मेडलिस्ट कथक नृत्य की कलाकार प्रशस्ति मानेश्वर 40 दिवसीय विक्रमोतसव के अनादि पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में शिव पर केन्द्रित कथक नृत्य की प्रस्तुति देगी। प्रशस्ति मानेश्वर ने विगत दिनों बड़ौदा व सूरत में भगवान श्रीराम की नृत्य के माध्यम से मंच पर प्रस्तुति देकर आराधना की। वहीं पिछले दिनों खजुराहों में लिम्का बुक ऑफर रिकाडर्््स की ओर से आयोजित नृत्य महोत्सव में अपने ग्रुप के माध्यम से प्रस्तुति देकर स्वर्ण पदक हासिल किया था। प्रशस्ति देश के कई मंचों पर नृत्य नाटकों और कथक के माध्यम से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। कल वे उज्जैन आ रही है।
सभी कलाप्रेमियो ंसे अनुरोध है कि वे विक्रमोत्सव के अनादि पर्व में 8 मार्च को संध्या 7 बजे प्रशस्ति की शिव पर केन्द्रित प्रस्तुति जरूर देखने आवें। प्रशस्ति की माता जो कि बरकतउल्लाह वि.वि. में प्रोफेसर है वे भी कथक डांस की ख्याति प्राप्त कलाकार है एवं देश विदेश में अपनी कई प्रस्तुतियां दे चुकी है। वे छोटे बच्चों को कथक विधा का प्रशिक्षण देकर इसमें पारंगत कर रही है।