भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर मंगलवार को राहुल गांधी उज्जैन पहुंचे।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर मंगलवार को राहुल गांधी उज्जैन पहुंचे। महाकाल मंदिर दर्शन करने के बाद उन्होंने रोड शो किया। राहुल गांधी ने रोड शो के बाद देवासगेट पर सभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा की थी। देश में नफरत फैलाई जा रही है। भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है। लोगों को डराया जा रहा है। भारत जोड़ो का मतलब नफरत मिटाओ, नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलो। और ये काफी आसान होता है। मुश्किल नहीं। इसका उदाहरण यह है कि मैं यात्रा में चल रहा था। भाजपा के तीन-चार लोग झंडे लिए खड़े थे, चिल्ला रहे थे। मैं गाड़ी से उतरा, मैंने उनसे हाथ मिलाया। उनसे कहा भैया कैसे हो? उन्होंने चिल्लाना बंद कर दिया, मुस्कुराने लगे। और फिर जब में जा रहा था तो मेरी तरफ (फ्लाइंग किस का इशारा करते हुए बताया) बोले कि ऐसा करने लगे। दूसरी बार हमने ये यात्रा इसलिए शुरू कि क्योंकि पहली में हम आसाम, बंगाल, ओड़िसा व गुजरात आदि क्षेत्रों में नहीं जा पाए थे। वहां के लोगों का कहना था कि यात्रा वहां भी जाना चाहिए। लिहाजा इन प्रदेशों के लिए ही हमने मणिपुर से ये यात्रा शुरू की। इनमें इस यात्रा में एक नया शब्द न्याय जोड़ दिया। आप पूछोगे क्यों जोड़ा? मैं बताता हूं। हिंदुस्तान में आर्थिक-सामाजिक अन्याय हो रहा है। किसानों के खिलाफ अन्याय हो रहा है। महिलाओं के खिलाफ अन्याय हो रहा है। मजदूरों के खिलाफ अन्याय हो रहा है।
{ सभा सुनने आए एक हाथ से दिव्यांग गोकुल नामक युवक का जिक्र करते हुए राहुल बोले कि इनका हाथ चला गया। फिर भी ये मुस्कुरा रहे हैं, खुश हैं। मेरा कहना है कि जो अपने जीवन का सामना नहीं कर पाता है, जो डर जाता है, उसमें ही नफरत पैदा होती है। वो दूसरों को देखता है, गुस्सा होता है। मगर जो जीवन का सामना कर सकता है, जो डरता नहीं है। उसके दिल में नफरत, गुस्सा आ ही नहीं सकता है। { जनता से सवाल करते हुए राहुल ने पूछा कि ये बताओ हिंदुस्तान में पिछड़ा वर्ग के कितने लोग हैं? 50 परसेंट। दलित वर्ग के कितने हैं? 15, आदिवासी वर्ग के कितने हैं? 8, माइनोरिटी के कितने है? 15, गरीब जनरल कास्ट के कितने है? 5-6 परसेंट होंगे। यानी सब मिलाकर के 90 परसेंट हो जाता है। अब अगर आप सबसे बड़े उद्योगपतियों की लिस्ट निकालोंगे। हिंदुस्तान के 200 सबसे बड़े अरबपति, सबसे बड़ी कंपनियों के मालिकों की लिस्ट निकालोगे तो आपको न उसने एक पिछड़ा मिलेगा, न एक दलित मिलेगा, न एक आदिवासी मिलेगा और न एक गरीब जनरल कास्ट का मिलेगा। { सारा का सारा धन दो-तीन बड़े उद्योगपतियों को दिया जा रहा है। आप जहां भी देखो आपको अडानी, अडानी, अडानी, अडानी नाम दिखाई देगा। हिमाचल के सेब अडानी, हथियार अडानी, एयरपोर्ट अडानी, रेलवे अडानी तो जहां भी देखो, आपको वो ही दो-तीन बड़े नाम दिखेंगे।