सिंहस्थ क्षेत्र को लेकर महाकाल सेना के तत्वावधान में शीघ्र कृषकों की बैठक होगी
उज्जैन। उज्जैन एक धार्मिक नगरी है और यहां सिंहस्थ पर्व मनाया जाता हैं। बड़नगर रोड और मंगलनाथ क्षेत्र का विकास हो इसलिए महाकाल सेना द्वारा कई वर्षों से मध्य प्रदेश सरकार एवं उज्जैन के प्रशासनिक अधिकारियों से यह मांग की जा रही है कि सिंहस्थ क्षेत्र में मंदिर, अस्पताल, विद्यालय, धर्मशाला आदि बनाने की अनुमति दी जाए। वर्तमान सरकार द्वारा इस विषय को संज्ञान में लेकर अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है। महाकाल सेना मुख्यमंत्री को साधुवाद और धन्यवाद देती है।
लेकिन केवल साधु-संत के ही विचार लेना उचित नहीं हैं क्योंकि सिंहस्थ क्षेत्र में पीढ़ी दर पीढ़ी निवास करने वाले किसानों से बैठक कर सहमति बनानी चाहिए और किसानों के भी विचार लिए जाना चाहिए। महाकाल सेना राष्ट्रीय धर्म प्रकोष्ठ के प्रमुख महेंद्र सिंह बैंस बंटी भैया ने एक पत्र सरकार को लिखते हुए कहा हैं कि इस क्षेत्र में विकास हो इसलिए कृषकों के भी विचार लिए जाए। क्षेत्र के किसानों के विचार सरकार तक पहुंचाने के लिए शिवरात्रि के बाद महाकाल सेना के तत्वावधान में किसानों की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें नगर के किसानों की आवाज सरकार तक पहुंचाई जाएगी।श्री बेस ने यह भी कहा की साधु-संतों ने अपने अखाड़ों की भूमि का व्यवसायीकरण कर लिया है और आर्थिक लाभ ले रहे हैं, जिसके कारण सिंहस्थ क्षेत्र की भूमि का आरक्षण समाप्त कर इस क्षेत्र में सार्वजनिक निर्माण की अनुमति प्रशासन को देना चाहिए। जिससे सिंहस्थ क्षेत्र का लाभ जिस प्रकार साधु संतों को मिल रहा हैं वैसा ही लाभ किसानों को भी मिले।