सफल रही उज्जैन की रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव-2024 63 इकाईयों की वर्चुअल शुरूआत, 10 हजार करोड़ से अधिक निवेश आया उज्जैन में पहली बार एकत्र हुए करीब 900 औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 283 बड़ी और एमएसएमई इकाईयों को 12 हजार 170 करोड़ से अधिक निवेश के लिए भूमि आवंटन आदेश दिये सबसे बड़ा निवेश प्रस्ताव अडानी समूह की तरफ से 75 हजार करोड़ रूपये का कॉन्क्लेव में 12 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने की सक्रिय भागीदारी
उज्जैन 02 मार्च। उज्जैन के इंजीनियरिंग महाविद्यालय परिसर में दो दिवसीय रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन बहुत सफल रहा। कॉन्क्लेव में यूएसए, यूके, कनाडा, सीजी, जर्मनी, इजराईल, जापान, गेबोन, साउथ कोरिया, सिंगापुर, जाम्बिया और मलेशिया के प्रतिनिधि शामिल हुए।कांक्लेव में करीब 4 हजार प्रतिनिधि शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों से पृथक-पृथक चर्चा भी की। उन्होंने 20 से अधिक प्रमुख औद्योगिक समूहों के पदाधिकारियों से वनटूवन चर्चा की। कॉन्क्लेव में 63 इकाईयों का वर्चुअल शुभारंभ भी किया गया। जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न 21 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गये। इन इकाईयों से प्रदेश में 10 हजार 064 करोड़ रूपये का निवेश आ रहा है, जो 17 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉन्क्लेव में 283 बड़ी और एमएसएमई इकाईयों को 12 हजार 170 करोड़ से अधिक निवेश के लिए भूमि आवंटन आदेश भी प्रदान किये। यह कॉन्क्लेव की विशेषता थी, जिसे निवेशकों सहित आमजन और जनप्रतिनिधियों द्वारा भी सराहा गया। प्रदेश में पहली बार मंच से ही इतनी बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाईयों को जमीन आवंटन के आदेश प्राप्त हुए हैं। कॉन्क्लेव के माध्यम से सबसे बड़ा निवेश अडानी समूह की तरफ से आया है, जो प्रदेश में 75 हजार करोड़ के निवेश के लिए आगे आया है। उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में भी पेप्सिकों समूह 1250 करोड़ रूपये का निवेश कर रहा है, जो करीब 500 लोगों को रोजगार दिलवायेगा।