मुख्यमंत्री डॉ यादव आज रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, विक्रमोत्सव और उज्जयिनी विक्रम व्यापार करेंगे शुभारंभ
उज्जैन, 29 फरवरी 2024। विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव 2024 का शुभारंभ डॉ. मोहन यादव, द्वारा किया जायेगा। यह कार्यक्रम 1 मार्च 2024 को कालिदास अकादमी, उज्जैन में प्रात: 10:30 बजे आरंभ होगा। इस अवसर पर उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेला, भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केन्द्रित कॉफी टेबल बुक आर्ष भारत, विक्रम पंचांग (विक्रम सम्वत् 2081) का लोकार्पण किया जायेगा। इसके साथ ही स्वराज संस्थान संचालनालय के प्रकाशन मध्य प्रदेश में स्वासधीनता संग्राम मंडला-डिंडोरी, दतिया, जबलपुर, सतना एवं रामराजा (लेखक- पी. नरहरि एवं ऋषिकेश पाण्डेय) पुस्तक का विमोचन तथा ओरछा के राजाराम ऑडियो सीडी का लोकार्पण किया जायेगा।
महाराजा विक्रमादित्या शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया आज युगयुगीन भारत के कालजयी महानायकों की तेजस्विता को रेखांकित करने वाले वीर भारत संग्रहालय का संकल्प न्यास किया जा रहा है। पूर्व वैदिक, वैदिक, उत्तर वैदिक, रामायण-महाभारत काल, विक्रमादित्य युग, मध्ययुग और पराधीनता के विरुद्ध सिंहनाद करने वाले तेजस्वी नायकों, मंत्र द्रष्टा ऋषियों, संतों, मनीषियों और आज़ादी के रणबाँकुरों के अनुपम योगदान पर केंद्रित यह संग्रहालय देश और दुनिया में सर्वथा अनूठा और सर्व प्रथम होगा।
उन्होंने बताया कि विक्रमोत्सव 2024 के शुभारंभ अवसर पर शाम 7:00 बजे से लोकप्रिय भजन गायक पं. कन्हैया मित्तल की भजन प्रस्तुति होगी। इसके पहले संतोष नायर निर्देशित ओम नम: शिवाय (शास्त्रीय नृत्य) की प्रस्तुति की जायेगी। इसके अलावा क्रेजी हूपर ग्रुप, मुंबई द्वारा हनुमान चालीसा और शिव महादेव (स्तुति) होगी।
शोधपीठ के कार्यालय बिड़ला भवन में भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केन्द्रित आर्ष भारत, विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक, श्रीकृष्ण : चौंसठ कलाएँ(मालवा की चितरावन शैली में), श्रीकृष्ण: होली पर्व प्रदर्शनी(लघु चित्रों में श्रीकृष्णा की छवियाँ) प्रदर्शनी लगाया जायेगी। प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक अवलोकनार्थ खुली रहेगी।