सीएम डॉ. मोहन यादव विधानसभा में श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की घोषणा की
मंगलनाथ मंदिर स्थित महर्षि सांदीपनि आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने मित्र सुदामा के साथ विद्या अध्ययन किया था। वर्तमान में इस आश्रम में देश भर के पर्यटक आते हैं और दर्शन करते हैं, लेकिन अभी यहां गुरुकुल जैसा कोई शैक्षणिक संस्थान नहीं है। आश्रम के सामने करीब 28 बीघा सरकारी जमीन है। इस पर गुरुकुल जैसा कोई शैक्षणिक संस्थान बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। इस सिलसिले में गुरुवार को आश्रम के प्रमुख पुजारी पंडित रूपम व्यास ने सीएम सचिवालय में प्रस्ताव दिए हैं। यह आश्रम श्रीकृष्ण गमन पथ का महत्वपूर्ण स्थान है और सीएम डॉ. मोहन यादव विधानसभा में श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की घोषणा की है। उज्जैन के प्रभारी अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजोरा 31 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर विकास कार्यों की प्रस्तावित योजनाओं पर चर्चा करेंगे। इस दौरान आश्रम का मुद्दा भी उठने की संभावना है। आश्रम के मुख्य पुजारी पंडित रूपम व्यास ने बताया महर्षि सांदीपनि आश्रम का प्रवेश द्वार भव्य बनाया जाए और प्रवचन हॉल भी बनाया जाए। इसके अलावा प्राचीन काल की 64 कलाओं के आधार पर वैदिक गुरुकुल की स्थापना के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव को प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। पार्किंग की समस्या भी है।
सांदीपनि आश्रम की अभी सबसे बड़ी समस्या यह है कि वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इस कारण मुख रोड के बीच ही ई रिक्शा और अन्य वाहन पार्क किए जाते हैं। इससे आवागमन में बड़ी मुश्किलें खड़ी होती हैं। इस सिलसिले में महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि ने एक पत्र शासन और प्रशासन को लिखा है और कहा है कि वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जाए ताकि किसी दुर्घटना का अंदेशा न रहे।